अतुल्य भारत
रामधारी सिंह दिनकर: एक विद्रोही रचनाकार से राष्ट्रकवि बनने का सफर
24 April 2019हिंदी साहित्य में राष्ट्र प्रेम और ओजस्वी कविताओं के लिए जाने जाने वाले रामधारी सिंह दिनकर को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। हिंदी से प्रेम करने वाला हर व्यक्ति इनसे भी जरूर प्रेम करता होगा। आजादी की लड़ाई से लेकर आजादी मिलने तक के सफर को दिनकर ने बड़े ही सलीके से अपनी कविताओं में पिरोया और यही कारण हैं कि हिंदी साहित्य उन्हें 'राष्ट्रकवि' नाम से नवाजता है। दिनकर की कविताएं बाकी लेखकों से अलग थीं क्योंकि जहां एक ओर उनमें ऊर्जा, क्रांति ,विद्रोह की ललकार थी तो दूसरी तरफ कोमल श्रृंगारिक भावनाएं भी झलकती थीं। एक लेखक का पल भर में निष्ठुर हो जाना और दूसरे ही क्षण कोमल आसान नहीं था। उनकी यही खूबियां थीं कि आज भी उनकी कविताओं का जादू हम सब पर कायम है। वो कभी एक विचारधारा के समर्थक नहीं रहे और सत्ता के करीब होने के बावजूद भी वो हमेशा जनता से अलग नहीं रहे। एक राष्ट्रकवि का जनकवि भी बने रहना उनकी सबसे बड़र विशेषता थी।
जेट एयरवेज: ट्रेवल एजेंसी से एयरलाइन्स बनने का सफर
18 April 2019कभी ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल करने वाली भारत की सबसे बड़ी निजी विमान सेवा जेट एयरवेज अब इतिहास बनने जा रही है। सबसे बुरा दौर झेल रही यह विमान सेवा दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी है। जेट एयरवेज पर विभिन्न बैंकों का करीब 8500 करोड़ रूपये बकाया है। जिसे यह विमान कंपनी चुका नहीं पा रही है। अन्य सस्ती विमान कंपनियों से मिल रही कड़ी टक्कर से जेट एयरवेज उबर नहीं पाई और गंभीर घाटे में चली गई। सरकार की ओर से इसको वित्तीय मदद पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। जेट एयरवेज ने अपनी उड़ानें बंद कर दी हैं। बुधवार रात अमृतसर से मुंबई उसकी आखिरी फ्लाइट थी।
महिला दिवस विशेष: लेखिकाएं जिनकी कलम ने तोड़ दीं तमाम बंदिशें
08 March 2019कवि और लेखक तो राजा महाराजाओं के समय से हुआ करते थे लेकिन उनमें पुरुष प्रधानता ही थी। महिलाओं को तब घर-गृहस्थी से फुरसत नहीं थी या यूं कहें कि इजाजत ही नहीं थी। उनके खुद के विचार भले रहे हों लेकिन उन्हें व्यक्त करने की स्वतंत्रता नहीं थी। रचनाएं लिखना तो दूर की बात पढ़ने तक की इजाजत मुश्किल से मिलती थी। लेकिन धीरे-धीरे महिलाओं ने भी हिम्मत दिखाई, बिना दहलीज लांघें ही बगावत कर दी अपनी कलम से। उन्होंने न केवल समाज से अपना हक मांगा बल्कि अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों का विरोध करना भी शुरू किया। इस महिला दिवस पर हम बता रहे हैं आपको उन बेबाक लेखिकाओं की कहानी जिन्होंने न केवल अपनी रचनाओं से महिला अधिकारों की मांग की बल्कि ये भी साबित कर दिखाया कि महिला हमेशा पुरुष से आगे ही थी फिर चाहे वो कोई भी क्षेत्र क्यों न हो।
मधुबाला के प्यार में ये मशहूर गायक बन गया था अब्दुल करीम
14 February 201914 फरवरी को सिर्फ वैलेनटाइंस डे ही नहीं होता, आज दशकों तक सबकी चहेती रहने वाली अभिनेत्री मधुबाला का जन्मदिन भी है। बड़े पर्दे की देवी कही जाने वाली मधुबाला खूबसूरती की मिसाल हैं। उनकी बेहतरीन अदाकारी और सुंदरता की वजह से आज भी वह न जाने कितने दिलों की धड़कन हैं। 14 फरवरी 1933 को मधुबाला का जन्म हुआ था और तब लोग उन्हें मुमताज जहां बेगम देहलवी के नाम से जानते थे। उनके जन्मदिन पर रू-ब-रू होइए उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अनजाने पहलुओं से...
चाय बेचने वाले डी. प्रकाश राव को इस वजह से मिला पद्म श्री
28 January 2019हाल ही में पद्म अवार्ड की घोषणा हो चुकी हैं। इसमें एक बार फिर से भारत के अनमोल रत्नों को देश के प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए चुना गया है। जिसमें पद्म विभूषण के लिए 4, पद्म भूषण के लिए 14 और पद्मश्री के लिए 94 हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। भारत के इन्हीं अनमोल रत्नों में एक ऐसा शख्स है जिनसे अपना पूरा जीवन नौनिहालों के उज्जवल भविष्य के लिए लगा दिया है। बच्चों के पढ़ाई की खातिर उस शख्स ने चाय भी बेची और अपनी कमाई को भी बच्चों का भविष्य बनाने में लगा दिया। इनका नाम है डी. प्रकाश राव। बच्चों के लिए अनोखा स्कूल चलाने वाले डी प्रकाश राव ओडिशा के कटक के रहने वाले हैं।
Kumbh mela 2019: 14 अखाड़ों की होगी पेशवाई, इनके बारे में जानें ये खास बातें
11 January 2019हर छह साल में एक बार कुंभ मेले का और 12 साल में एक बार महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। पहले कुंभ को अर्धकुंभ और महाकुंभ को सिंहस्थ कुंभ के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इनका नाम बदल दिया गया है। देश का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाने वाला ये मेला प्रयागराज, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में लगता है। कुंभ मेले के अखाड़ों को लेकर हर कोई उत्सुक रहता है। अभी तक तो हर साल कुंभ में 13 अखाड़ों की पेशवाई होती थी, लेकिन इस साल में किन्नर अखाड़ा भी जुड़ गया है। यानि इस बार प्रयागराज में होने वाले कुंभ में 14 अखाड़े शामिल हो रहे हैं। जानिए इन अखाड़ों से जुड़ी कुछ खास बातें...
हिंदी की महत्ता पर पढ़िए देश के महापुरुषों के विचार
10 January 2019आज विश्व हिंदी दिवस है। देश में अंग्रेजी के बढ़ते चलन और हिंदी की खोती गरिमा को बचाने के लिए ही इस दिवस का आयोजन किया जाता है। हमारे देश के महापुरुषों को ये बात बहुत पहले ही समझ आ गई थी कि हिंदी की महत्ता क्या है और इसे बचाना कितना जरूरी है। देश के महापुरुषों और साहित्यकारों ने हिंदी की तारीफ करते हुए काफी कुछ लिखा है। इस विश्व हिंदी दिवस पर आप भी पढ़िए उनके विचार...
कादर खान की जिंदगी के इन किस्सों से अंजान होंगे आप
29 December 2018एक हजार से ज्यादा फिल्मों में डायलॉग लिखने और 300 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग करने वाले कादर खान की तबीयत इस समय काफी खराब है। उन्हें BiPAP वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनके प्रशंसक और शुभचिंतक उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। डायरेक्टर, स्क्रिप्टराइटर, एक्टर, डायलॉग राइटर और बॉलीवुड के सबसे फेमस कॉमेडियन में से एक कादर खान की जिंदगी के ऐसे कई किस्से हैं जिनके बारे में आपमें से कई लोग शायद नहीं जानते होंगे। आज हम उनकी सलामती की प्रार्थना करने के साथ ही आपको उनकी जिंदगी के कुछ खास पहलुओं से भी रू-ब-रू कराएंगे।
जानें, सलमान खान के पहले प्यार से लेकर फिल्मी करियर की कहानी
27 December 2018बॉलीवुड के 'भाईजान' और बॉक्स ऑफिस के सुल्तान सलमान खान आज 53 साल के हो गए हैं। सलमान उन चुंनिंदा हस्तियों में से एक हैं, जिन्होंने बॉलीवुड की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। सलमान खान की कई ऐसी फिल्में दी है, जिन्होंने इतिहास रचा है और दर्शक ऐसी फिल्मों बार-बार देखना चाहते हैं। इंदौर में जन्में सलमान खान ने जहां कई ऐसी फिल्मों में नाम कमाया है तो दूसरी ओर उनके रोमांस के किस्से भी काफी सुर्खियों में रहे हैं। सलमान खान जब 19 साल थे तब उन्हें पहला प्यार हुआ था। सलमान खान की पहली गर्लफ्रेंड गुजरे जमाने के हीरो अशोक कुमार की नातिन शाहीन जाफरी थी। फिल्मी करियर में उनकी अब तक उनका नाम कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ चुका है। आइए जानते हैं, सलमान खान के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां...
खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट से रू-ब-रू कराएंगे ये बाजार
20 December 2018जब भी हम किसी नई जगह या शहर में घूमने जाते हैं तो वहां की खूबसूरत जगहों के बाद बाजारों की सैर भी करने निकल पड़ते हैं। हमारे यहां भी ऐसे तमाम बाजार हैं जिन्होंने अपनी पहचान खुद बनाई है और आज वो देश-दुनिया के सबसे बड़े और फेमस बाजारों में से एक हैं। तो आइए हम आपको कुछ खास बाजारों की सैर कराते हैं तो चलते हैं हैंडीक्राफ्ट बाजारों की तरफ। अगर आप भी अपने घर को देसी कलाओं और सामानों से सजाना संवारना चाहते हैं तो इन बाजारों की सैर करना न भूलें। भारतीय कलाएं अपने अंदर एक ऐसा जादू संजोए हैं जिसकी तरह हर कोई आसानी से खींचा चला आए। ऐसा ही एक जादू है यहां के हैंडीक्राफ्ट में जिसके सिर्फ हमारे देश के लोग ही नहीं बल्कि विदेशी भी मुरीद हैं। यहां की बाजारों में जब कोई घूमने निकलता है तो बड़ा मुश्किल ही होता है खुद को कुछ खरीदने से रोकना। अपने द ग्रेट इंडियन बाजार में ग्रासहॉपर इस बार सैर कराएगा आपको इंडिया की उन सजी धजी बाजारों की जहां हैंडीक्रॉफ्टस की वैरायिटी के साथ-साथ आपको उसकी खूबसूरती आपका मन मोह लेगी।