इस सिस्टम से चोरी हुआ फोन हो जाएगा बेकार, चोरी में भी आएगी कमी

कभी सफर करने के दौरान या भीड़ भाड़ वाली जगह पर मोबाइल चोरी होना आम सी बात है, हम मेंसे कई लोग इसका सामना भी कर चुके हैं। ज्यादातर चोर किसी मोबाइल को चुराकर सबसे पहले उसका सिम कार्ड और मैमोरी कार्ड निकाल देते हैं और उसके बाद उस मोबाइल को सैकेंड हैंड के तौर पर बेच देते हैं।
चोरी किए मोबाइल को बेचने का एक बड़ा सर्किल है, जिसमें लोग इन मोबाइल को खऱीदते और बेचते हैं। अब सरकार ने आपके चोरी हुए मोबाइल का दुरुपयोग रोकने के लिए एक सिस्टम पेश किया है। चोरी किए मोबाइल को इस्तेमाल रोकने के लिए दूरसंचार प्रौद्योगिकी केंद्र ने एक सिस्टम तैयार किया है। ज्यादातर मामलों में चोरी किए मोबाइल का आईएमईआई नबंर बदलकर उसे बेच देते हैं, लेकिन इस सिस्टम में चोरी हुए मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदलकर इस्तेमाल करने की कोशिश की तो स्मार्टफोन बेकार हो जाएगा। दूरसंचार प्रौद्योगिकी केंद्र (सी-डॉट) ने मोबाइल डिवाइस रजिस्टर-एमईआर सिस्टम तैयार किया है, जिसमें चोरी किए मोबाइल को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा।
फिलहाल इस सिस्टम का ट्रायल महाराष्ट्र में चल रहा है और ट्रायल पूरा होते ही ये सिस्टम पुलिस तक पहुंचा दिया जाएगा। बता दें कि इस सिस्टम के जरिए सरकार स्मार्टफोन की चोरी की घटनाओं को रोकना चाहती है और क्योंकि इस सिस्टम के आने के बाद स्मार्टफोन सिर्फ एक खिलौना बनकर रह जाएगा और मोबाइल की चोरी में कमी आएगी। इसके अलावा मोबाइल ट्रेकिंग के जरिए पुलिस मोबाइल चोरों तक आसानी से पहुंच सकेगी।
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