पढ़िए टेक की दुनिया में क्रांति लाने वाली इन 10 महिलाओं के बारे में

आमतौर पर यह कहा जाता है कि महिलाएं टेक्नोलॉजी को बेहतर ढंग से नहीं समझ पाती हैं। महिलाएं टेक सेवी नहीं होती हैं। आज भी यह लोगों के लिए बहुत सप्राइजिंग होता है जब कोई महिला टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर से संबंधित काम करें। लेकिन ये बहुत बेसलेस कॉन्सेप्ट है। आज हम आपको उन दस महिलाओं के बारे में बताएंगे जिनके योगदान से वर्तमान समय के कई सारे तकनीकों के अविष्कार का जन्म हुआ। जिनके अभूतपूर्व काम ने टेक की दुनिया में क्रांति ला दी।
दुनिया की पहली कंप्यूटर प्रोग्रामर
एडा लवलेस को बचपन से ही मैथेमेटिक्स और मशीनों में काफी रुचि थी जिसने चार्ल्स बैबेज के साथ एक कामकाजी रिश्ते को जन्म दिया। बैबेज ने "एनालिटिकल इंजन" का आविष्कार किया था। यह एक जटिल मशीन थी जिसे वास्तव में कभी नहीं बनाया गया था। इस प्रोजेक्ट में लवलेस ने भी उनकी मदद की थी। जिसकी वजह से इन्हें "दुनिया का पहला कंप्यूटर प्रोग्रामर" कहा जाता है। एलन ट्यूरिंग ने 1940 के दशक में पहले आधुनिक कंप्यूटर पर अपने काम के लिए लवलेस के नोट्स की मदद भी ली थी।
द एस्टीम्ड कंप्यूटर साइंटिस्ट
ग्रेस हूपर एक सम्मानित कंप्यूटर वैज्ञानिक के साथ ही हार्वर्ड मार्क पर काम करने वाली पहली कंप्यूटर प्रोग्रामर भी हैं। हुपर की मदद से शुरुआती दौर की प्रोग्रामिंग भाषा कोबोल का विकास किया गया है जिसे हम आज भी यूज करते हैं। साथ ही 1947 में हूपर ने दुनिया का पहला रियल कंप्यूटर बग रिकॉर्ड किया था।
द इनवेंटर ऑफ वाईफाई
हेडी लैमरे आविष्कारक और फिल्म अभिनेत्री थीं, जिन्हें "सीक्रेट कंम्यूनिकेशन सिस्टम" के लिए 1942 में पेटेंट से सम्मानित किया गया था। हालांकि इस फ़्रीक्वेंसी होपिंग सिस्टम का उद्देश्य युद्ध के दौरान रेडियो-निर्देशित टॉरपीडो को बंद करना था, लेकिन हेडी के इस आविष्कार ने वाई-फाई, जीपीएस और ब्लूटूथ तकनीक को जन्म दिया।
द नासा रॉकेट साइंटिस्ट
एनी एस्ले नासा की रॉकेट वैज्ञानिक थीं। सेंटॉर रॉकेट परियोजना पर एस्ले ने महत्वपूर्ण काम किया। जिसके आधार पर बाद में नासा में अंतरिक्ष यान के प्रक्षेपण की नींव रखी गई।
द फर्स्ट होम कंप्यूटर यूजर
मैरी विल्क्स एक पूर्व कंप्यूटर प्रोग्रामर और लॉजिक डिजाइनर हैं। वह LINC नाम के सॉफ्टवेयर को डिजाइन करने के लिए जानी जाती हैं, जो एक इंटरैक्टिव पर्सनल कंप्यूटर की शुरुआती सिस्टम में से एक है। 1965 में घर पर LINC के उनके उपयोग ने उन्हें फर्स्ट होम कंप्यूटर यूजर बना दिया और उनके काम को द नेशनल म्यूज़ियम ऑफ़ कंप्यूटिंग, बैलेचले पार्क में मान्यता दी गई।
द इंसप्रेशन ऑफ जीयूआई
एडेल गोल्डबर्ग सॉफ्टवेयर के फिल्ड में सबसे सम्मानित इंजीनियरों में से एक हैं। 1970 के दशक में ज़ेरॉक्स पालो ऑल्टो रिसर्च सेंटर (PARC) में एक शोधकर्ता के रूप में, ऐडेल ने प्रोग्रामिंग भाषा स्मॉलटाक -80 और ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग से संबंधित कई कॉन्सेप्ट को विकसित करने में मदद की, जिसमें ग्राफिक डिस्प्ले स्क्रीन पर ओवरलैपिंग विंडो का स्ट्रकचर भी शामिल है। ऐडेल के द्वारा विकसित किए गए इन्हीं कॉन्सेप्ट्स को बाद में ग्राफिक यूजर इंटरफेस या जीयूआई के लिए आधार के तौर पर इस्तेमाल किया गया।
मदर ऑफ इंटरनेट
राडिया पर्लमैन को मदर ऑफ इंटरनेट की उपाधि दी गई है। राडिया ने स्पैनिंग ट्री प्रोटोकॉल (एसटीपी) के एल्गोरिथम का आविष्कार किया, जिसके आधार पर इंटरनेट का आईडिया पॉसिबल हो सका। उनके काम ने नेटवर्क के डेटा को स्व-व्यवस्थित करने और स्थानांतरित करने के तरीके पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला और इंटरनेट ट्रैफ़िक के बुनियादी नियमों को भी लागू किया।
मैथेमेटिशियन ऑफ नासा
नासा के मैथेमेटिशियन के रूप में कैथरीन जॉनसन का प्रक्षेपवक्र विश्लेषण पहली अमेरिकी अंतरिक्ष उड़ान की सफलता का आधार है। उनकी जटिल मैनुअल गणना भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकती है। 97 साल की उम्र में, उन्हें राष्ट्रपति ओबामा द्वारा अमेरिका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, स्वतंत्रता के राष्ट्रपति पदक से सम्मानित भी किया गया था।
द पायनियर ऑफ इंफोर्मेशन साइंस
कैरेन स्पार्क-जोन्स सूचना विज्ञान में पायनियर थीं, और उनके काम का क्षेत्र में सबसे अधिक उदाहरण के रूप में इस्तेमाल किया गया है। कैरेन ने इनवर्स डॉक्यूमेंट फ़्रीक्वेंसी (IDF) क अविष्कार किया जो एक वेटिंग फैक्टर है। जो यह मूल्यांकन करता है कि किसी दस्तावेज़ के लिए कोई शब्द कितना महत्वपूर्ण है, वेब सर्च इंजन में कितना मानक है और खोज क्वेरी करने के लिए कैसे दस्तावेज़ की रिलिवेंस को रैंक किया जाता है। 2007 में कैरेन को अक्लेम्ड लवलेस मेडल से सम्मानित भी किया गया है।
द ओरिजन सर्च इंजन
1972 से 1989 के बीच, एलिजाबेथ फेनलर ने कैलिफोर्निया में नेटवर्क इंफोर्मेशन सेंटर चलाया था, जो पुराने गूगल जैसा था। यह सेंटर एनआईसी इंटरनेट के लिए संसाधनों और निर्देशिकाओं को प्रकाशित करने वाला पहला स्थान था। इसके साथ यहां पर ओरिजन "व्हाइट पेज" और "येलो पेज" की निर्देशिका भी बनाया गया। एलिजाबेथ की टीम ने .com, .edu, .gov, .net, और कई अन्य की डोमेन नेमिंग स्कीम भी विकसित की जिनका हम आज आमतौर पर उपयोग करते हैं।
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