
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को उत्तर कोरिया का दौरा किया, जो 24 वर्षों में उनकी पहली यात्रा थी और उन्होंने किम जोंग-उन को एक लग्जरी ऑरस लिमोजिन भेंट की, जो उनके बढ़ते सैन्य सहयोग के बारे में चिंताओं के बीच रूस और उत्तर कोरिया के बीच मजबूत होती रणनीतिक साझेदारी को उजागर करती है। 71 वर्षीय रूसी राष्ट्रपति ने किम को ऑरस लग्जरी कार भेंट की। इस कार को रॉल्स रॉयल्स की कॉपी कही जा रही है, क्योंकि देखने में यह एकदम उसी तरह है। यह कार ऐसे फीचर्स के साथ आती है कि दुनियाभर की गाड़ियां इसके आगे कुछ भी नहीं है। यह कार इतने सेफ्टी फीचर्स के साथ आती है जो इसे पूरा बंकर बना देती है।
कार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खास निर्देश पर बनाया गया
कार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खास निर्देश पर बनाया गया है। इसे पहली बार साल 2018 में उतारी गई थी। जो कई बेहतर सेफ्टी फीचर्स के साथ आती है। हालांकि, पब्लिक के लिए इसे 2021 में उतारा गया। इसका डिजाइन रूस की कंपनी नामी (NAMI) ने तैयार किया है, जबकि मॉडल को रूस की सेंट्रल साइंटिफिक रिसर्च ऑटोमोबाइल और ऑटोमोटिव इंजन इंस्टीट्यूट ने मिलकर विकसित किया है।
बात करते हैं कर के खास फीचर्स के बारे में
इस कार को पुरी तरह से बुलेट प्रूफ बनाया गया है। यह इतनी मजबूत है कि इसपर गोलियों या फिर बम का जरा भी असर नहीं पड़ेगा। चाहे इस कार पर बम फेका जाए या फिर जमीन पर रखकर विस्फोट किया जाए। यह कार उपर से लेकर नीचे तक पूरी तरह से सेफ है। जिसकी वजह से इसे एक चलकी-फिरती बंकर भी कहा जाता है। कार में सेल्फ कंटेन ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम दिया गया है। इस कार में सिक्योर लाइन कम्युनिकेशन सिस्टम दिया गया है, जिसकी मदद से दुनिया में कहीं भी बात की जा सकती है। इतना ही नहीं यह कार जितनी सेफ है उनते हथियारों से भी लैस है। बता दें कि यह कार 6।70 मीटर लंबी है और इसका वजन 2,700 किलोग्राम है।
कंपनी ने निकाले हैं 3 मॉडल
ऑरस कंपनी की इस सीनेट ब्रांड के 3 मॉडल आते हैं। इसमें स्टैंडर्ड सीनेट, सीनेट लांग और सीनेट लिमोजिन शामिल है। कुछ विश्लेषक इसे रॉल्स रॉयल्स की कॉपी बताते हैं, लेकिन रूसी कंपनियों का कहना है कि यह 1940 में सोवियत काल के समय बनी ZIS110 सोवियत लिमोजिन से प्रेरित है। किम जोंग उन के पास पहले से ही मर्सिडीज के चार मॉडल और एक लेक्सस कार है। अब उनके बेड़े में रूस की यह सुपर कार भी शामिल हो गई है।
कार की बात करें तो इसमें 6.6 लीटर V12 इंजन लगाया गया है, जो 850 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है। इस कार के इंजन को बनाने में पोर्शे कंपनी से भी मदद ली गई है। भारत में बिकने वाली लग्जरी एसयूवी फॉर्च्यूनर के मुकाबले इसमें 4 गुना से भी ज्यादा ताकत है। फॉर्च्यूनर 201 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है। जाहिर है कि यह ऐसी 4-4 कारों को एक साथ खींच सकता है।
इतनी है कार की कीमत
Aurus Senat को सबसे पहले साल 2018 में सड़क पर उतारा गया था, तब इसकी भारतीय रुपये में कीमत करीब 1॰32 करोड़ रुपये थी। वहीं, जब इसे साल 2021 में रिवाइज करके वापस लाया गया तो इसकी कीमत 2॰40 करोड़ रुपये कर दी गई। रूसी एजेंसियों के मुताबिक, 2024 में अब तक रूस में इसके 40 मॉडल की बिक्री हुई है।