अब सड़क दुर्घटना का एकत्रित होगा आंकड़ा, ये बनाया गया ऐप
देश में सड़क की बढ़ रही दुर्घटनाओं को देखते हुए अब सरकार की तरफ से एक खास ऐप तैयार किया गया है। भारत सरकार के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस परियोजना (आइआरएडी) एनआईसी एवं आईआईटी मद्रास की टीम ने इस खास ऐप को तैयार किया है, जिसके माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के संबध में विवरण घटना के तत्काल बाद मौके पर पहुंचने वाले पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी द्वारा मोबाइल के माध्यम से फीड किया जायेगा। इससे सड़क दुर्घटनाओं के ऑकड़ो के संकलन में सत्यता सुनिश्चित करनी होगी। डिजिटल डेटाबेस के विश्लेषण के आधार पर सड़क सुरक्षा के संबध में सटीक व प्रभावी कार्य-योजना बनायी जा सकेगी।
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परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने कहा कि संबध में 16 जनपदों के पुलिस, परिवहन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की तरफ से पहले चरण प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में लागू किये जाने के दृष्टिगत राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह (21 जनवरी से 20 फरवरी) के अन्तर्गत इससे जुड़े हुए विभागों (परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग) की तरफ से जुड़े हुए लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है। सड़क सुरक्षा से जुड़े हुए अधिकारियों तथा परिवहन एवं पुलिस विभाग के सभी जिलों में अधिकारियों का ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया गया।
धीरज साहू ने बताया दो फरवरी को सड़क सुरक्षा से संबधित सभी विभागों के नोडल अधिकारियों, परिवहन विभाग के संभागीय परिवहन अधिकारियों और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों, लोक निर्माण विभाग के जिलों में नोडल अधिकारियों और सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक (यातायात)/पुलिस उपाधिक्षक (यातायात) को आईआईटी, मद्रास की टीम द्वारा द्वितीय चरण का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं से संबधी ऑकड़ों के संग्रहण एवं विश्लेषण के लिये शीघ्र ही इस मोबाइल एप को सम्पूर्ण प्रदेश में लागू किया जायेगा, जो सड़क दुर्घटना में कमी लाये जाने के प्रयासों में सहायक सिद्ध होगा।
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