माइक्रोसॉफ्ट ने अब तक के सबसे बड़े आउटेज का सामना किया है। इसके चलते बहुत सी सर्विसेज प्रभावित हुई हैं। इन सर्विसेज के चलते दुनियाभर में कई कंपनियों का सर्वर भी प्रभावित हुए है, जिसमें बैंक, एयरलाइन और हेल्थकेयर आदि शामिल है। लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अभी लोगों को ऑपरेटिंग सिस्टम की समस्या झेलनी पड़ेगी। कंपनी अपनी विंडो का वर्जन चेंज कर सकती है।
साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक ने अपने फाल्कन सेंसर सॉफ्टवेयर को अपडेट किया, जिससे माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन हो गया। हालांकि कंपनी अपना सर्वर रिकवर कर चुकी है, लेकिन अभी तक यह क्लीयर नहीं हुआ है कि दुनियाभर में खराब हुए सिस्टम को रिकवर कैसे किया जाएगा? क्योंकि विशेषज्ञों के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम अब कभी भी क्रैश हो सकते हैं, जिस वजह से ऑनलाइन रिकॉर्ड बर्बाद हो सकते हैं। इस समस्या से तुरंत कैसे निपटा जाएगा? अभी तक इसका कोई प्लान नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, IT विशेषज्ञों के अनुसार, कंप्यूटर यूजर्स अपने सिस्टम को सेफ मोड में स्टार्ट करें। क्राउडस्ट्राइक की अपडेट फाइल को डिलीट करें। फाइल डिलीट होने के बाद सिस्टम का री-स्टार्ट करें। समस्या का एक यही समाधान नजर आ रहा है। एक और तरीके से विंडो रिकवर की जा सकती है, लेकिन इसके लिए कंप्यूटर को रिकवरी मोड में लाना होगा। अगर कंप्यूटर रिकवरी मोड में है तो अपडेट से पहले बनी फाइल को रिकवर करके विंडो ठीक की जा सकती है, लेकिन इस प्रक्रिया में डेटा का नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा कंप्यूटर यूजर्स क्राउडस्टाइक की वेबसाइट पर लगातार अपडेट चेक कर सकते हैं।
भारत में सबसे ज्याद असर एयरलाइंस पर पड़ा
बता दें कि शुक्रवार को दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के सिस्टम क्रैश हो गए। साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक द्वारा अपने फाल्कन सेंसर सॉफ्टवेयर को अपडेट किया गया। इसमें आई तकनीकी खामी के कारण सर्वर डाउन हुआ। दुनियाभर में कई कंप्यूटर डिवाइसों पर नीली स्क्रीन दिखाई देने लगी, जिसे अनौपचारिक रूप से ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ कहा गया, जिससे कंप्यूटर बेकार हो गए।
इससे हवाई अड्डों, एयरलाइनों, बैंकों, मीडिया आउटलेट्स और स्वास्थ्य सेवाओं का काम प्रभावित हुआ। भारत में इसका सबसे ज्यादा असर एयरपोर्ट पर देखा गया। एयरलाइन्स की चेक इन जैसी ऑनलाइन सर्विसेज प्रभावित हुई। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु समेत पूरे देश के एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखी गई। जानकारी नहीं मिलने से लोगों ने एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार किया। देश में इस आउटेज का किसी और सर्विस पर ज्यादा असर नहीं रहा।