आधुनिक तकनीक से बनी दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर आज से शुरू होगा सफर, जानें क्या है खास

भविष्य में बिना ड्राइवर के मेट्रो (नई ड्राइवरलेस मेट्रो तकनीक) चलाने की खूबियों से समाहित दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर आज से मेट्रो का संचालन शुरू हुआ है। पिंक लाइन शुरू होते ही आज से दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस से मजलिस पार्क (21.6 किमी) तक मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी।
फेज-3 के इस सेक्शन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस स्टेशन और एयरपोर्ट लाइन का धौला कुआं स्टेशन 920 मीटर लंबे एफओबी से जुड़ेगा। अलग-अलग नाम वाले स्टेशन में पहली बार इंटरचेंज की सुविधा देगा। अभी तक इंटरचेंज की सुविधा जहां भी है, वहां स्टेशन के नाम एक ही रहते हैं।
यात्रियों को ज्यादा चलना न पड़े, इसलिए 22 ट्रेवलेटर्स लगे हैं। ये पहली बार लगाए गए हैं। अक्सर एयरपोर्ट में ट्रेवलेटर्स होते हैं। दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस से एयरपोर्ट लाइन तक ऊपरी मार्ग से ट्रेवलेटर पर चलकर दूसरे स्टेशन तक पहुंचने की सुविधा जून, 2018 से मिलेगी। इसी सेक्शन के राजौरी गार्डन स्टेशन में पुरानी ब्लू लाइन मेट्रो के स्टेशन से इंटरचेंज की सुविधा के लिए 250 मीटर लंबे एफओबी में चार ट्रेवलेटर पहले दिन से शुरू हो जाएंगे। यहां दो टुकड़ों में लगा ट्रेवलेटर चलता रहेगा। इसके अलावा पिंक लाइन पर नेता जी सुभाष प्लेस कॉरिडोर पर आर्ट गैलरी लगाई गई है। पूरी तरह इस कॉरिडोर को बेहतरीन और तकनीकों से लैस बनाने का प्रयास किया गया है।
दिल्ली मेट्रो के अब हो जाएगा 185 स्टेशनों का नेटवर्क

आज से पिंक लाइन शुरू होने के बाद अब दिल्ली मेट्रो में स्टेशनों की संख्या बढ़ने के साथ ही दूरी भी अब बढ़ जाएगी। अब दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 185 स्टेशनों के साथ 252 किलोमीटर तक हो चुका है। नॉर्थ दिल्ली को सीधे साउथ दिल्ली से जोड़ने वाली पिंक लाइन मजलिस पार्क से शिव विहार के बीच 59 किलोमीटर के बीच बन रही है। आज शुरू होने वाले रूट पर कुल 12 स्टेशन हैं जिनमें से 8 एलिवेटेड हैं और 4 अंडर ग्राउंड हैं। एलिवेटेड स्टेशनों में साउथ कैंपस, दिल्ली कैंट, मायापुरी, राजौरी गार्डन, ईएसआई हॉस्पिटल, पंजाबी बाग वेस्ट, शकूरपुर और मजलिस पार्क शामिल हैं।
नारायणा विहार, नेताजी सुभाष प्लेस, शालीमार बाग और आजादपुर अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। इस नए रूट पर 4 इंटरचेंज स्टेशन (आजादपुर, नेताजी सुभाष प्लेस, राजौरी गार्डन और धौला कुआं) हैं यानी यहां से अन्य रूट के लिए ट्रेन बदल सकते हैं। आजादपुर जहां येलो लाइन के लिए इंटरचेंज स्टेशन है तो नेताजी सुभाष प्लेस रेड लाइन के लिए इंटरचेंज स्टेशन है। धौला कुआं एयरपोर्ट लाइन के लिए इंटरचेंज स्टेशन है। इसी तरह राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन से आप ब्लू लाइन के लिए ट्रेन बदल पाएंगे। यहां ट्रेवलेटर्स की सुविधा भी उपलब्ध है।
हर साढ़े तीन मिनट पर मिलेगी मेट्रो
पिंक लाइन के इस रूट पर 19 मेट्रो ट्रेनें चलेंगी। हर ट्रेन में 6 कोच होंगे। इन ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी 2 मिनट 28 सेकंड से लेकर 5 मिनट 12 सेकंड होगी। यानी इस कॉरिडोर पर हर 3:28 मिनट पर मेट्रो का परिचालन होगा। इससे दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस से नॉर्थ कैंपस 20-22 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। 21.56 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर मेट्रो पिंक लाइन का यह कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो की तीनों पुरानी व्यस्त लाइनों (रेड, यलो व ब्लू लाइन) को जोड़ेगा। इससे यात्रियों का सफर आसान होगा और समय भी बचेगा।
आजादपुरी स्टेशन पर अनूठा प्रयोग
पिंक लाइन पर मेट्रो ने कुछ अनूठी सुविधाएं भी दी हैं। आजादपुर स्टेशन पर खास तरह के 5 विशाल पंखे लगाए गए हैं। अभी तक इतने विशाल पंखों का दिल्ली मेट्रो या देश के किसी भी मेट्रो में इस्तेमाल नहीं किया गया था। ये पंखे हाई वॉल्यूम लो स्पीड (HVLS) तकनीक वाले हैं यानी ये पंखे चलेंगे तो धीमी गति से लेकिन इनसे हवा खूब आएगी। इन पंखों के सामान को सिंगापुर से मंगाकर यहां असेंबल किया गया है। पिंक लाइन मेट्रो के सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर की सुविधा दी गई है। इसके अलावा स्टेशनों को ऊर्जा संरक्षण, जल बचाव और कचरा प्रबंधन के मद्देनजर आधुनिक तकनीक से डिजाइन किया गया है।
यात्रियों को आकर्षित करेगा धौलाकुंआ व मायापुरी का स्टेशन
धौलाकुआं में साउथ कैंपस मेट्रो स्टेशन के पास इस कॉरिडोर की ऊंचाई 23.6 मीटर है। यह ऊंचाई किसी 7 मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर है। यह दिल्ली मेट्रो का सबसे ऊंचा एलिवेटेड कॉरिडोर है। इस कॉरिडोर के नीचे से एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन और इसके नीचे एनएच-8 पर धौलाकुआं फ्लाईओवर का कॉरिडोर है। इस अजूबे कॉरिडोर से धौलाकुआं का दृश्य यात्रियों को आकर्षित करेगा। दरअसल डीएमआरसी ने ट्रैफिक या एयरपोर्ट मेट्रो को डिस्टर्ब किए बिना पिंक लाइन का रास्ता निकाला है। अगले एलिवेटेड स्टेशन दिल्ली कैंट के बाद मायापुरी स्टेशन भूमिगत है, जो 26 मीटर की गहराई में बनाया गया है। इसलिए 23.6 मीटर की ऊंचाई के तुरंत बाद 26 मीटर गहरे सुरंग में मेट्रो का सफर रोमांचित करने वाला है। यहां बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के ऑफिस के नीचे मेट्रो 26 मीटर की गहराई पर गुजरेगी। इस सेक्शन पर मेट्रो लाइन की घरों से सबसे कम दूरी 2.4 मीटर राजौरी गार्डन में है।
नेताजी सुभाष प्लेस कॉरिडोर में आर्ट गैलरी
पिंक लाइन के निर्माण में दिल्ली मेट्रो ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। आधुनिक तकनीक से निर्माण करने के साथ ही यात्रियों को बहुत कुछ नया दिया गया है। नेताजी सुभाष प्लेस स्टेशन का कानकोर्स एरिया पर ऐसा नजारा दिया गया है जो कि आपको किसी आर्ट गैलरी जैसा अहसास दिलाएगा। यहां इतनी खूबसूरत पेंटिंग्स लगाई गई हैं कि एक पल के लिए आपको लगेगा कि आप किसी मेट्रो स्टेशन में नहीं, बल्कि किसी आर्ट गैलरी में खड़े हैं। यहां दर्जन भर से ज्यादा आर्ट वर्क इंस्टॉल किए गए हैं। कई नामचीन आर्टिस्टों की पेंटिंग्स को ग्लास पर उकेरने के बाद उन्हें यहां लगाया गया है। यह एक सेमी अंडरग्राउंड स्टेशन है, जिसके कोनकोर्स और ग्राउंड लेवल के बीच सिर्फ ढाई मीटर का गैप है।
भविष्य की अभी से ही तैयारी

मेट्रो लाइन में अभी तक इंटरचेंज स्टेशनों पर ही दो से ज्यादा प्लेटफॉर्म देखने को मिलते हैं, लेकिन इस लाइन पर अभी से ही भविष्य की तैयारी की गई है। पिंक लाइन के 2 स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा न होने के बावजूद 4-4 प्लैटफार्म बनाए गए हैं। शकूरपुर और मजलिस पार्क पर इस तरह का स्ट्रक्चर है। भविष्य में जब यह 59 किमी लंबी लाइन पूरी खुल जाएगी, तो कभी किसी ट्रेन को बीच में रोकने या टर्मिनेट करने की जरूरत भी पड़ सकती है। इसे देखते हुए इन दोनों स्टेशनों पर 4-4 प्लैटफार्म बनाए गए हैं।
पिंक लाइन पर होंगे तीन इंटरचेंज स्टेशन
इस कॉरिडोर पर आजादपुर, नेताजी सुभाष प्लेस व राजौरी गार्डन तीन इंटरजेंज स्टेशन बनाए गए हैं। इस कॉरिडोर पर बना आजादपुर स्टेशन रेड लाइन (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) को जोड़ेगा। रेड लाइन मेट्रो के यात्री यहां साउथ कैंपस के लिए मेट्रो बदल सकेंगे। इसी तरह पिंक लाइन के यात्री आजादपुर मेट्रो स्टेशन पर नॉर्थ कैंपस व समयपुर बादली की तरफ जाने के लिए मेट्रो बदल सकेंगे। इसके अलावा नेताजी सुभाष प्लेस स्टेशन पर रेड लाइन व राजौरी गार्डन स्टेशन पर ब्लू लाइन (द्वारका सेक्टर 21-नोएडा सिटी सेंटर /वैशाली) के लिए मेट्रो बदल सकेंगे।
डीयू में मिटेगी नॉर्थ और साउथ कैंपस की दूरी

मेट्रो की पिंक लाइन शुरू होते ही अब दिल्ली विश्वविद्यज्ञलय का साउथ कैंपस भी मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस में पहले ही मेट्रो स्टेशन है जिसका नाम विश्वविद्यालय है. यह स्टेशन येलो लाइन में आता है। यह लाइन समयपुर बादली को गुड़गांव में हुडा सिटी सेंटर से जोड़ता हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘पहली बार दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से डीयू के दोनों परिसर एक-दूसरे से जुड़ गए हैं। यह यात्रा के समय में कटौती करेगा और खासतौर पर छात्रों को फायदा पहुंचाएगा, जिन्हें अबतक अधिकतर सड़क के जरिए ही सफर करना पड़ता था।’’ साउथ कैंपस स्टेशन से स्टूडेंट मेट्रो लेकर आजादपुर जाने के बाद वहां से येलो लाइन पर इंटरचेंज करके सीधे डीयू के नॉर्थ कैंपस तक भी जा सकेंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा डीयू में पढ़ने वाले उन छात्रों को मिलेगा, जिन्हें अक्सर किसी न किसी काम से नॉर्थ कैंपस जाना पड़ता है या जो नॉर्थ कैंपस के आस-पास कहीं पर कोचिंग ले रहे हैं। इसके अलावा इस सेक्शन के खुलने के बाद एक तरफ दिल्ली का कैंट एरिया मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएगा, वहीं नारायणा, मायापुरी जैसे इंडस्ट्रियल इलाकों को भी मेट्रो की कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
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