कोरोना वायरस की जांच के लिए देश में विकसित हुई नई और सस्ती तकनीक
कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले पूरे विश्व में बढ़ते ही जा रहे हैं। कोविड-19 (Covid-19) वायरस के चलते फैली इस महामारी से अभी तक पूरी दुनिया में एक लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अभी ज्यादातर देशों ने इससे बचने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) का तरीका अपनाया है। और वे ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्ट का प्रयास कर रहे हैं। इसको लेकर भारत से एक अच्छी खबर आ रही है। यहां के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा टेस्ट ईजाद किया है, जिससे 10 मिनट में कोरोना वायरस की जांच हो सकती है।
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केरल के इंस्टीट्यूट बनाई मशीन
कोरोना वायरस (Corona Virus) का रैपिड टेस्ट होने से कई लोगों को समय पर इलाज मिल सकता है। इसको देखते हुए केरल के तिरुअनंतपुरम में श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी ने कोरोना वायरस के टेस्ट की नई रैपिड टेस्ट टेक्नोलॉजी विकसित की है। इससे सरकार को हॉटस्पॉट (Hotspot) वाले क्षेत्रों में कोरोना के मरीजों की जांच में बेहद मदद मिल सकेगी।
एक बार में 30 सैम्पल्स की जांच
इंस्टीट्यूट की ओर से विकसित किए गए इस रैपिड टेस्ट से दो घंटे से भी कम समय में किसी संदिग्ध के पॉजिटिव या निगेटिव होने की जानकारी मिल जाएगी। इस टेस्ट से 10 मिनट में कोरोना वायरस का पूरा टेस्ट (Corona Virus Test) हो सकता है। ये मशीन एक बार में 30 सैम्पल्स की जांच कर सकती है।
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इस तरह करती है काम
ये मशीन वायरल-न्यूक्लिक एसिड (RT-LAMP) के रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस लूप के जरिए कोविड-19 और SARS की जांच कर लेती है। आपको बता दें कि इस तकनीक का अभी तक पूरी दुनिया में कहीं पर भी इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह तकनीक भारत में ही विकसित की गई है और इसका पहला प्रयोग भी यहां किया जा सकेगा।
ICMR से मिलनी है मंजूरी
अभी इस मशीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) से मंजूरी मिलनी बाकी है। आईसीएमआर ही अभी भारत में कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए मंजूरी दे रही है। इस मशीन को मंजूरी मिलने के बाद इसकी किट को बनाने के लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) लाइसेंस देगा, जिसके बाद इंस्टीट्यूट संक्रमितों की जांच के लिए इसकी निर्माण कर सकता है।
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सस्ती भी है ये तकनीक
इस तकनीक के जरिए तेजी से कोरोना वायरस का टेस्ट किया जा सकता है। साथ ही साथ ये तकनीक काफी सस्ती भी है। अभी देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की जांच के लिए RNA dependent RNA polymerase (RdRP) तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इंस्टीट्यूट की ओर से विकसित की गई तकनीक में स्क्रीनिंग टेस्ट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसी वजह से इसकी कीमत भी बहुत कम पड़ती है।
देश में 18 हजार से अधिक संक्रमित
भारत में भी कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर तेजी से बढ़ रहा है। देश में संक्रमण के नए मामले तेजी से सामने आए हैं। देश में अभी तक कुल संक्रमितों की संख्या 18,985 हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में तो इस महामारी के 1329 मामले सामने आ चुके हैं। देश में अभी तक 603 लोगों की कोरोना वायरस के चलते मौत हो चुकी है। वहीं 3260 लोग इस बीमारी से सही भी हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में देश में 44 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है।
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