भारत ने त्वरित प्रतिक्रिया प्रक्षेपास्त्र का किया सफल परीक्षण, ये है इसकी खूबियां

भारत ने सोमवार को ओडिशा तट के निकट चांदीपुर से सतह से हवा में मार करने वाले कम दूरी के स्वदेश निर्मित त्वरित प्रतिक्रिया प्रक्षेपास्त्र (क्यूआरएसएएम) का सफल परीक्षण किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "इस मिसाइल में और इसके प्रक्षेपण में इस्तेमाल सभी प्रौद्योगिकी एवं उप-प्रणलियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और सभी लक्ष्यों को पूरा किया।" बयान में कहा गया है, "सभी राडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम, टेलीमेट्री सिस्टम और अन्य स्टेशनों ने मिसाइल पर निगरानी रखी और सभी मानकों का परीक्षण किया।"
कई लक्ष्यों पर निशाना साधने में सक्षम
रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को बधाई दी है। जेटली ने ट्वीट किया, "डीआरडीओ को सतह से हवा में मार करने वाली त्वरित प्रतिक्रिया प्रक्षेपा के सफल परीक्षण की बधाई।" इस अत्याधुनिक मिसाइल की मारक क्षमता 20-30 किलोमीटर है और यह कई लक्ष्यों पर निशाना साधने में सक्षम है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा अन्य प्रतिष्ठिानों ने मिलकर विकसित किया है। मिसाइल के कनस्तर संस्करण के प्रदर्शन के आकलन के लिए इसका दूसरी बार परीक्षण किया गया। पहला परीक्षण चार जून को किया गया था।
मिसाइल की खासियत
1- मिसाइल में 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तक प्रहार करने की क्षमता है और इसे त्वरित प्रतिक्रिया वाली मिसाइल के रूप में तैयार किया गया है।
2- इसमें हर मौसम में काम करने वाली शस्त्र प्रणाली है जिसमें लक्ष्य को पहचानने और उस पर निशाना साधने की क्षमता होती है।
3- सभी रडारों, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल प्रणाली, टेलीमेट्री प्रणालियों और अन्य स्टेशनों ने मिसाइल पर निगरानी रखी और सभी मानदंडों पर नजर रखी। परीक्षण के सभी उद्देश्यों की पूर्ति हुई।
4- हवा में मौजूद लक्ष्य को निशाना बनाकर दागी गई इस अत्याधुनिक मिसाइल का यह दूसरा विकास परीक्षण था। डीआरडीओ और अन्य संस्थानों ने यह मिसाइल विकसित की है।
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