बढ़ी सेना की ताकत, परमाणु हथियार ले जाने वाली पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण

भारतीय सेना ने अपनी शक्ति में और इजाफा कर लिया है। भारत ने आज ओडिशा ने स्वदेशी परमाणु मिसाइल पृथ्वी-2 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। खबरों के मुताबिक शुक्रवार सुबह सेना ने इस्तेमाल के दौरान इसका परीक्षण किया।
यह परीक्षण चांदीपुर रेंज से सुबह 10 बजकर 56 मिनट पर किया गया। यह मिसाइल सतह से सतह पर मार देने में सक्षम है। इसकी स्ट्राइक रेंज 350 किलोमीटर है।
यह है खासियत
1- यह मिसाइल एलुमिनियम मिश्र धातु से बनी हुई है और इसके पंखों को मैग्नीशियम से बनाया गया है।
2- इस मिसाइल को भारतीय सेना के 333-मिसाइल रेजिमेंट में शामिल किया गया है।
3- ये मिसाइल करीब 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंच सकता है, इसके साथ ही 80 डिग्री के लक्ष्य को भेद सकता है।
4- यह देश में बनाई गई पहली बैलिस्टिक मिसाइल है। ये सॉलिड और लिक्विड दोनों तरह के इंजन से चलाई जा सकती है।
5- यह मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम वजन के हथियार ले जाने में सक्षम है।
6- यह 350 किलोमीटर तक जमीन से जमीन में मार कर सकने में सक्षम है।
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने इस पर नजर रखी
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक वैज्ञानिक ने कहा कि इस अत्याधुनिक मिसाइल को परीक्षण के लिए उत्पादन भंडार से चुना गया और यह परीक्षण गतिविधियां विशेष रूप से गठित सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने की और डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने इस पर नजर रखी।
सूत्रों ने कहा, मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर ओडिशा के तट के निकट स्थित टेलीमेट्री स्टेशनों, डीआरडीओ रडारों और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम्स ने नजर रखी। बंगाल की खाड़ी में निर्धारित प्रभाव बिंदु के निकट तैनात पोत पर सवार टीम ने टर्मिनल गतिविधियों एवं मिसाइल के समुद्र में उतरने की निगरानी की। इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था।
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