हिमाचल की सरकार ड्रोन की मदद से करने जा रही है यह अहम काम
ड्रोन का इस्तेमाल भारत में ज्यादातर वीडियो या फोटोग्राफी के लिए होता है। हवाई शॉट ड्रोन के चलते बेहद ही खूबसूरत बन जाते हैं। वहीं विदेशों में ड्रोन का इस्तेमाल सामानों की डिलीवरी के लिए भी होने लगा है, भारत अभी इस मामले में थोड़ा पीछे है। लेकिन हिमाचल प्रदेश की सरकार ड्रोन का इस्तेमाल एक अहम काम के लिए करने जा रही है। सरकार ने ड्रोन की मदद से अवैध खनन को रोकने की योजना बनाई है। प्रदेश सरकार की चिंता वहां नदियों और किनारों पर हो रहे अवैध खनन को लेकर है।
यह खबर भी पढ़ें- शाओमी ने लॉन्च किए नोट 7 व नोट 7 प्रो, जानें फीचर्स व कीमत
अवैध खनन की आ रही थीं शिकायतें
अवैध खनन के मामले में हिमाचल की सरकार ने हाईकोर्ट के सामने स्थिति स्पष्ट की है। सरकार ने कोर्ट से कहा है कि पहले नदियों के किनारों से खनन के लिए जमीन को लीज पर दिया जाता था, लेकिन बाद में यहां अवैध तरीके से खनन की घटनाएं सामने आने लगी थीं। अब सरकार ने इसे रोकने के लिए नीलामी के जरिए चिह्नित स्थान को खनन के लिए दिए जाना प्रस्तावित किया है। सरकार ने यह भी बताया है कि वह अब अवैध खनन को पकड़ने के लिए ड्रोन की इस्तेमाल करेगी। यह ड्रोन खनन के लिए दी गई जगहों पर लगातार नजर बनाए रखेंगे और मौके की रिकॉर्डिंग भी करेंगे, जिससे अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक संभव हो सकेगी।
यह खबर भी पढ़ें- सैमसंग के बाद हुआवे ने लॉन्च किया ज्यादा बेहतर फोल्डेबल मोबाइल
कई कामों में होता है इस्तेमाल
ड्रोन एक तरह का मानव रहित खिलौना या एयरक्राफ्ट होता है। इसको रिमोट कंट्रोल के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें ऑन-बोर्ड सेंसर और जीपीएस तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाता है। जो ड्रोन उड़ा रहे शख्स या संबंधित संस्था को वीडियो फीड भेजता रहता है। यह सॉफ्टवेयर कंट्रोल्ड फ्लाइट प्लान के जरिए पहले से तय किए गए रूट पर भी उड़ सकता है। अब इसका उपयोग खोज व बचाव, मौसम विश्लेषण आदि कार्यों में भी किया जाने लगा है।
ऐसी ही अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...