5 कारण क्यों टीम इंडिया जीतेगी टी20 का विश्व कप

भारत में 08 मार्च से शुरू होने वाले पांचवें टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया को दुनिया की बाकी सभी टीम और क्रिकेट पंडित इस खिताब को जीतने का प्रबल दावेदार मान रहे हैं। ऐसा कहने या मानने की कई ख़ास वजहें हैं। आइए हम आपको उन पांच वजहों के बारे में बताते हैं जिसकी वजह से यह टीम एक बार फिर एक नया इतिहास लिख सकती है....
1- घरेलू मैदान पर दोबारा इतिहास लिखने का मौका
पहला विश्व कप 1975 में इंग्लैंड मे खेला गया था, और करीब 36 साल तक किसी टीम ने अपने घरेलू मैदान पर विश्व कप नहीं जीता था। ये कारनामा 2011 में भारत ने अपनी जमीं पर खिताब अपने नाम कर किया। 02 अप्रैल 2011 का वो दिन कौन भूल सकता है जब धोनी के धुरंधरों ने 28 साल बाद एक नया इतिहास लिख दिया।टीम इंडिया खेल के इस फटाफट (टी-20) प्रारूप में माहिर है, पिछले आठ आईपीएल के अनुभव और घरेलू मैदान का फायदा भी टीम इंडिया के पक्ष में जाएगा। हो सकता है क्रिकेट के सभी बड़े खिताब और कप अपने नाम कर चुके धोनी के लिए अपनी जमीं पर विदाई का इससे बढियां मौका न मिले इसलिए टीम के बाकी खिलाड़ी भी देश के सबसे सफल कप्तान को एक यादगार फेयरवेल देना चाहेंगे। घरेलू मैदानों पर दर्शकों का समर्थन भी भारत का पलड़ा भारी करता है और हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि पिछले टी-20 विश्वकप में हमारी टीम रनर-अप रही थी जो इस बात की ओर इशारा करता है कि इस बार टीम इंडिया विश्व कप जीत सकती है।
2- रोहित-शिखर-कोहली की तिकड़ी का बेहतरीन फॉर्म
ऑस्ट्रेलिया दौरे से बेहतरीन फॉर्म में चल रहे तीनों बल्लेबाज टीम इंडिया की किसी भी मैच में जीत के लिए सबसे अहम भूमिका में होंगे। पिछले दिनों जिस तरह रोहित शर्मा और विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी है उसे देख कई क्रिकेट पंडित भी यह मान चुके हैं कि जीवन के सबसे बेहतरीन फॉर्म से गुजर रहे इन तीन खिलाड़ियों के बोलते बल्ले के सामने किसी भी टीम का टिक पाना मुश्किल दिख रहा है.
3- मध्यम क्रम की 'दीवार'
मध्यम क्रम में चार नंबर पर टी-20 के सबसे बेहतरीन फिनिशर रैना, पांचवें नंबर पर पांड्या/पांडे और छठें पर लंबे अंतराल बाद जानदार वापसी करने वाले युवराज और सातवें पर धोनी टीम को एक अलग ही मजबूती दे रहे हैं। हालात तो ऐसे बन गए हैं कि लगातार बढियां प्रदर्शन करने वाले रहाणे टीम में अपनी जगह बनाने में नाकाम दिख रहे हैं।
4- गेंदबाजी का 'मलिंगा वर्जन'
टीम इंडिया का 'मलिंगा वर्जन' (जसप्रीम बुमरा) भारतीय टीम के लिए वरदान साबित हो सकता है वहीं लगभग तीन साल बाद अंतरराष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले आशीष नेहरा का अनुभव इस छोटे प्रारूप में बहुत मददगार होने वाला है. नेहरा ने पिछले आईपीएल के 16 मैचों में 22 विकेट लेकर सनसनी मचा दी थी लेकिन उन्हें टीम में उस वक्त मौका नहीं मिल पाया था. भले ही विदेशी पिचों पर अश्विन की धुलाई होती है और वो एक्सपोज हो जाते हैं लेकिन श्रीलंका के भारत दौरे में अपना करियर बेस्ट गेंदबाजी कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वो अपनी ऑफ स्पिन पर यहां किसी भी बल्लेबाज को नचा सकते हैं वहीं जडेजा/नेगी भी अपने ऑल राउंड स्किल से कभी भी मैच पलट सकते हैं।
5- जारी है जीत का सिलसिला
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया का पहली बार सूपड़ा साफ किया. घरेलू सीरीज में में 'घायल' श्रीलंका को 2-1 से हराकर मनोवैज्ञानिक बल मिला है, वहीं एशिया कप के नए टी-20 प्रारूप में इस जीत के सिलसिला को बरकरार रखना चाहेगी क्योंकि आत्मविश्वास से लबरेज टीम का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन तो विश्व कप में होगा। यहां तक कि कप्तान धोनी भी ऐसा मानते हैं कि बढियां मोमेंटम ही टीम को विश्व कप दिलाने में मददगार होगा इसलिए वो अकसर राइट कॉम्बिनेशन की भी बात करते हैं. टीम इंडिया की ताजा रैंकिंग, बढियां फॉर्म और राइट कॉम्बिनेशन धोनी के धुरंधरों के लिए जीत का सौगात जरूर लाएगी।
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