कभी इस टीम से निकाल दिए गए थे ऋषभ पंत, विराट व सचिन जैसी है इनकी भी कहानी

इस आईपीएल ने भारत को महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में ऐसा विकेटकीपर दिया है जिसके लिए तारीफ के शब्द कम पड़ जाएंगे। जिसने अपने बूते पर कई मुकाबले जिताए, लेकिन इसके बाद भी अपनी टीम को प्लेऑफ के दरवाजे तक नहीं ले जा पाए।
ये और कोई नहीं बल्कि ऋषभ पंत हैं, जिन्होंने इस आईपीएल में कमाल कर दिया। 11वें सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते हुए पंत ने 14 मैचों में 684 रन बनाए। पंत का औसत 50 से ज्यादा रहा और उनके बल्ले से 1 शतक, 5 अर्धशतक निकले। पंत ने इस सीजन में दिल्ली के 14 में से 8 मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाए। दिल्ली टीम की तरफ से वे एकलौते बल्लेबाज बने जिन्होंने 600 का आंकड़ा पूरा किया है। यही नहीं आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
कभी राजस्थान टीम ने ऋषभ को कर दिया था बाहर
छोटी सी उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने वाले ऋषभ पंत राजस्थान के लिए अंडर 14 और 16 खेली थी। लेकिन ऋषभ पंत को टीम मैनेजमेंट ने बाहरी खिलाड़ी बताकर राजस्थान से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद उन्होंने 18वें जन्मदिन से पहले दिल्ली के फर्स्ट क्लास डेब्यू किया। दिल्ली आने के बाद पंत की किस्मत बदल गई। उन्होंने अंडर 19 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया जिसके बाद दिल्ली डेयरडेविल्स ने इस खिलाड़ी को 1.9 करोड़ रु. में अपनी टीम से जोड़ा। इस आईपीएल से पहले ऋषभ का कोई खासा प्रदर्शन नहीं था। 2016 में पंत ने 10 मैच में 198 रन बना, लेकिन 2017 में पंत ने 366 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 165.61 रहा। इसके बाद डेयरडेविल्स ने उन्हें रीटेन किया और इस सीजन में उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़ डाले। रनों की रेस में बतौर विकेटकीपर ऋषभ पंत अभी तक के मुकाबलों में सबसे आगे है।
बसों में खाते थे धक्के और पिता की मौत के बाद भी नहीं टूटा हौसला

बसों में धक्के खा-खाकर आज युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत सफलता के मुकाम तक पहुंचे हैं। यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें भी संघर्ष करना पड़ा। रुड़की के युवा क्रिकेटर ऋषभ पंत की। पंत का जन्म हरिद्वार में हुआ। लेकिन उनका परिवार रुड़की में रहता था। बताया जाता है कि वे एक क्रिकेट मैच खेलने के लिए रुड़की से दिल्ली बस से सफर करते थे। इसके बाद वे दिल्ली शिफ्ट हुए और शिखर धवन के कोच से ट्रेनिंग लेनी शुरु कर दी। इसके बाद उन्होंने राजस्थान के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया। 17 साल की उम्र तक राजस्थान के लिए उन्होंने अंडर-14 और अंडर-16 लेवल तक क्रिकेट खेला। इसके बाद उन्होंने वहां से टीम छोड़ दी। और वापस दिल्ली का रुख किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में रणजी डेब्यू किया। दरअसल, यह सब हम आपको इसलिए बता रहे हैं कि क्योंकि आज वेस्टइंडीज दौरे के लिए इनकी टीम में वापसी हुई है। अप्रैल महीने में आईपीएल-10 के दौरान उनके पिता राजेंद्र पंत की अचानक मौत हो गई थी। पिता को खोने के बाद भी वह मुकाम तक पहुंचने में सफल रहे।
ऋषभ के नाम ये अनोखे रिकॉर्ड
- 128 रन बनाकर आईपीएल के इतिहास में व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले शीर्ष भारतीय बल्लेबाज बने पंत
- उन्होंने इस सीजन में 104 बाउंड्री लगाई। इसमें 37 छक्के और 68 चौके शामिल है।
- इस तरह एक सीजन में 100 से ज्यादा बाउंड्री लगाने वाले वो दूसरे भारतीय और चौथे आईपीएल खिलाड़ी हैं।
- अभी तक ये करिश्मा करने का रिकॉर्ड आईपीएल में सबसे पहले यूनीवर्सल मैन क्रिस गेल ने किया था। वे तीन सीजन में चौके और छक्कों का शतक जमा चुके हैं।
- ऋषभ पंत ने आईपीएल के इस सीजन में 684 रन बनाकर विकेटकीपर रॉबिन उथप्पा द्वारा 2014 में बनाए गए 660 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा।
- अभी तक भारतीय विकेटकीपरों में किंग्स इलेवन के केएल राहुल इसी सीजन में 659 रन बनाए है। इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी ने 2013 में 461 रन बनाए।
आईपीएल में विकेटकीपर के रूप में एक सत्र में सर्वाधिक रन
684 रिषभ पंत (2018)
660 रॉबिन उथप्पा (2014)
659 केएल राहुल (2018)
548 जोस बटलर (2018)
510 दिनेश कार्तिक (2013)
495 एडम गिलक्रिस्ट (2009)
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