राहुल द्रविड़ को मिला आईसीसी से बड़ा सम्मान, सचिन भी नहीं पाए वह मुकाम

क्रिकेट की दुनिया में लाखों युवाओं के आइकान व 'द वॉल' के नाम से मशहूर भारत के पूर्व कप्तान व महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का नाम एक बड़ी उपलब्धि में जुड़ गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है।
टीम इंडिया ए के प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ यह सम्मान हासिल करने वाले भारत के पांचवें क्रिकेटर हैं। इस उपलब्धि इनके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (1995-2012) और इंग्लैंड की पूर्व महिला क्रिकेटर क्लेयर टेलर (1998-2011) को भी हॉल ऑफ में शामिल किया गया है। इस प्रतिष्ठित सूची में द्रविड़ से पहले जिन पांच भारतीय क्रिकेटरों को शामिल किया गया है। जिसमें भारत के पूर्व कप्तानों बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, कपिल देव और अनिल कुंबले को इसमें जगह मिल चुकी है। इसके अलावा पोंटिंग यह उपलब्धि हासिल करने वाले ऑस्ट्रेलिया के 25वें क्रिकेटर हैं। बता दें कि इस सूची में अभी तक सचिन तेंदुलकर को भी इस श्रेणी में शामिल नहीं किया गया है। इस श्रेणी में शामिल होने के लिए आईसीसी के अपने मानक होते हैं।
आईसीसी ने द्रविड़ के हवाले से कहा गया, ‘‘आईसीसी द्वारा क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में जगह दिया जाना बेहद ही सम्मान की बात है। कई पीढ़ियों के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों की सूची में अपना नाम देखने का अपने क्रिकेट करियर के दौरान कोई सपना ही देख सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने करीबियों के अलावा जिन खिलाड़ियों के साथ मैं खेला, इतने वर्षों में जिन कोचों और अधिकारियों ने मेरा समर्थन किया और क्रिकेटर के रूप में मेरे विकास में मदद की उन सभी को धन्यवाद देता हूं।’’
सचिन के शामिल न होने का कारण
उल्लेखनीय है कि अभी तक सचिन तेंदुलकर का नाम हॉल ऑफ फेम में शामिल नहीं किया गया है। साल 2009 में फेडेरेशन ऑफ इंटरनेश्नल क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने शुरू किया था जो आईसीसी का ही हिस्सा है। इसमें शामिल होने के लिए जरूरूी है कि खिलाड़ी ने पिछले पांच सालों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो। द्रविड़ सचिन से पहले रिटायर हुए थे इस लिए शायद उन्हें पहले तरजीह दी गई। सचिन ने अपना अंतिम टेस्ट मैच नवंबर 2013 में खेला था वहीं जनवरी 2012 में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला था। हालांकि आयोजकों का मानना है कि वे भी सचिन को इस सूची में शामिल करना चाहते हैं लेकिन नियमों के चलते वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
राहुल के शामिल होने का यह है कारण
राहुल द्रविड़ ने 16 साल के अपने करियर में 509 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 24,208 रन बनाए थे। राहुल द्रविड़ दुनिया के उन 7 क्रिकेटरों में शामिल है जिनके नाम टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 10000 रन दर्ज हैं। वे सबसे पहले 2004 में आइसीसी क्रिकेटर ऑफ द इयर बने थे। राहुल द्रविड़ ने भारत की ओर से 164 टेस्ट में 36 शतक की मदद से 13288 रन और 344 वनडे में 12 शतक की मदद से 10889 रन बनाने वाले द्रविड़ ने कहा, ‘‘मैं इतने वर्षों में समर्थन के लिए केएससीए और बीसीसीआई तथा मेरी उपलब्धियों को मान्यता देने और हॉल ऑफ फेम में मुझे जगह देने के लिए आईसीसी को भी धन्यवाद देता हूं।’’ अपने 16 साल के टेस्ट क्रिकेट करियर में उन्होंने 31,258 गेंदों का सामना किया। वह क्रीज पर 44,152 मिनट या 736 घंटे तक रहे हैं। सचिन तेंदुलकर ने 29,437 गेंद खेली है। शायद ही कारण है कि उन्हें 'द वॉल' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने विकेट के पीछे 164 मैचों में 210 कैच पकड़ी है। विश्वकप में मार्क वॉ के बाद लगातार शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज है। उन्होंने 1999 के विश्वकप में 461 रनों का उच्चतम स्कोर बनाया था। राहुल द्रविड़ एक ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने लगातार चार पारियों में शतक लगाते थे।
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