वॉशिंगटन सुंदर टी-20 सीरीज में सबसे कम उम्र में ये कमाल करने वाले पहले गेंदबाज बने

वह सबसे कम उम्र में टी-20 इंटनेशनल क्रिकेट 8 विकेट लेने वाले विश्व के पहले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 20 साल की उम्र में यह कारनामा किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर अकिला धनंजय के नाम दर्ज था, जिन्होंने एक सीरीज में 7 विकेट चटकाए थे। सुंदर को निदाहास ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। टूर्नामेंट में उनका इकॉनोमी रेट 5.80 का रहा और सबसे अहम बात ये है कि उनके 20 ओवरों में से अधिकांश पावरप्ले में फेंके गए हैं। टी-20 इंटरनेशनल में 20 की कम उम्र से पहले मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीतने वाले विश्व के तीसरे खिलाड़ी बने वॉशिंगटन सुंदर। इससे पहले अफगानिस्तान के राशिद खान और शादाब खान भी यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
14 मार्च को रच दिया था सुंदर ने इतिहास
निदहास ट्राफी में 18 साल के युवा गेंदबाज वाशिंगटन सुंदर को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। तमिलनाडु के सुंदर ने निदहास ट्रॉफ़ी में आठ विकेट चटकाए और ऐसा प्रदर्शन करने वाले वो भारत के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। भारत ने 14 मार्च को बांग्लादेश के खिलाफ ही इस टूर्नामेंट का आखिरी ग्रुप मैच खेला था और तब वाशिंगटन सुंदर ने तीन विकेट चटकाए थे। वो 18 साल की सबसे कम उम्र में 3 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने थे। उनसे पहले, ये रिकॉर्ड ऑफ स्पिनर अक्षर पटेल के नाम था। अक्षर पटेल ने 21 साल की उम्र में 2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ 3 विकेट लिए थे।
कम उम्र में पर्दापण करने वाले सातवें भारतीय क्रिकेटर है सुंदर

सुंदर ने पिछले साल 13 दिसंबर 2017 को भारतीय क्रिकेट टीम में पर्दापण किया। सुंदर की उम्र तब 18 साल 69 दिन थी और उन्होंने तमिलनाडु के लिए सिर्फ़ 12 प्रथम श्रेणी मुक़ाबले ही खेले थे। टीम इंडिया में सबसे कम उम्र में दाखिला लेने वालों में वो सातवें नंबर पर पहुंच गए थे। इस सूची में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पहले नंबर पर हैं। तेंदुलकर ने भारत के लिए पहला मैच 16 साल 238 दिन की उम्र में खेला था। विराट कोहली व अन्य क्रिकेटर इस श्रेणी में आते हैं। कहा जाता है कि सवा सौ करोड़ से अधिक की आबादी वाले भारत में जहाँ गली-गली में क्रिकेट खेला जाता है, वहां टीम इंडिया में पहुंचने के लिए मेहनत और प्रतिभा तो ज़रूरी है ही, किस्मत कनेक्शन भी बहुत हद तक अहमियत रखता है। दरअसल, श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे की घरेलू सिरीज़ में केदार जाधव घायल हो गए थे और ये मौका सुंदर को टीम इंडिया के अंतिम एकादम में पहुंचाने के लिए काफी था। सुंदर वाशिंगटन को चाइनामैन कुलदीप यादव की जगह टीम में शामिल कर लिया गया। बता दें कि इस बार विश्वकप-19 के फाइनल में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा। विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन न होने के कारण उनके नाम का ट्विटर पर काफी मजाक उड़ाया गया था। मैन ऑफ द सिरीज़ का पुरस्कार लेने के बाद सुंदरराजन ने कहा, "मेरे लिए इतनी कम उम्र में ये हासिल करना बहुत अहमियत रखता है। मैं इसके लिए अपने परिवार को शुक्रिया कहना चाहता हूँ।"
वॉशिंगटन सुंदर की ये है कुछ खासियत
5 अक्टूबर 1999 को चेन्नई में जन्में बाएं हाथ से बल्लेबाज़ी करने वाले सुंदर वॉशिंगटन दाएं हाथ से ऑफब्रेक गेंदबाजीी करते हैं। एक कान से कम सुनने वाले सुंदर की खासियत है उनका ये भांप लेना कि बल्लेबाज के दिमाग में चल क्या रहा है। सुंदर कहते हैं, "मैं हमेशा बल्लेबाजाें के दिमाग को पढ़ने की कोशिश करता हूं और मेरी लगातार यही कोशिश रहती है। मैं चाहता था कि जब हम जीतें तो मैं मैदान पर रहूँ और मैं समझता हूँ कि दिनेश भाई (कार्तिक) ने शानदार खेल दिखाया और मैच की बाजी पलटते हुए इसे यादगार बना दिया।" 20-20 ओवरों के खेल में जहाँ सिर्फ़ बल्लेबाज़ों का ही जलवा दिखता है। वहाँ वो पावर प्ले में चतुराई से गेंदें फेंकते हैं और निदहास ट्रॉफी में उनकी सबसे बड़ी ताकत आक्रामक बल्लेबाजाें के सामने भी अपने मनोबल को बनाए रखने में दिखाई दी। फाइनल मुकाबले में भी जब बांग्लादेश के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाज जयदेव उनादकट पर हावी होते नजर आ रहे थे कि तभी सुंदर ने लिटन दास का विकेट चटा दिया था। उन्होंने 4 ओवर में 20 रन देकर 1 विकेट झटके। वो अपनी गेंदें ऑफ स्टंप के कुछ बाहर रखकर बल्लेबाजाें को ललचाते हैं, लेकिन यही उनका मारक हथियार है और वो बल्लेबाज को भ्रम में डाल देते हैं।
आईपीएल में विराट के साथ दिखेंगे सुंदर

7 अप्रैल से शुरू होने जा रहे आईपीएल के मुकाबलों में ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर विराट कोहली के साथ दिखेंगे। आईपीएल 2018 में विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सुंदर को तीन करोड़ बीस लाख रुपये में खरीदा है। आईपीएल से पहले निदहास ट्रॉफी में जिस तरीके का उनका प्रदर्शन रहा है उससे आईपीएल में सबकी नजर जरूर सुंदर के ऊपर रहेगी। मैन ऑफ द सीरीज रहे सुंदर ने आईपीएल-10 में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली पुणे सुपरजाइंट्स की तरफ से खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। पुणे को फाइनल में पहुंचाने में वॉशिंगटन सुंदर का अहम रोल था।
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