यूं ही नहीं कोई मिताली राज बन जाता, पढ़िए उनकी सफलता की कहानी

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे आईसीसी महिला विश्व कप मैच में अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिया है। वह वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बन गई हैं। इस मामले में उन्होंने इंग्लैंड की बल्लेबाज चार्लोट एडवर्ड्स को पछाड़ा, जिनके नाम 5,992 रन दर्ज थे।
वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड मिताली के नाम
मिताली ने यहां खेले जा रहे विश्व कप मैच की पहली पारी के 29वें ओवर की चौथी गेंद पर एक रन लेते ही यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस मैच से पहले वह इस मुकाम से 34 रन दूर थीं। यह मिताली का 183वां मैच और 164वीं पारी है। इस मैच में उन्होंने 114 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की मदद से 69 रनों की पारी खेली। उनके नाम अभी तक 51.83 की औसत से 6,061 रन दर्ज हैं। वनडे में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 114 है। उनके हिस्से पांच शतक और 49 अर्धशतक हैं।
क्या है मिताली की पूरी कहानी
भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज की बचपन में क्रिकेट नहीं बल्कि डांसर बनना चाहती थीं, जिसके लिए मिताली ने शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम भी सीखा था। लेकिन मिताली के पिता वैसे तो एयरफोर्स में ते लेकिन उससे पहले वो एक क्रिकेटर भी थे। मां लीला राज एक अधिकारी थी लेकिन इससे पहले वो भी क्रिकेटर थीं यही वजह थी कि वो चाहते थे कि उनकी बेटी क्रिकेट खेले।
पिता ने मिताली की क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना
मिताली के पिता दोराई राज ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा एक बार कहा था कि मिताली को देर तक सोने की आदत थी और हम चाहते थे कि वह सुबह जल्दी जग जाए। इसलिए मैं उसे सिकंदराबाद के ट्रेनिंग कैंप में लेकर जाने लगा। वहां मेरा बेटा भी क्रिकेट कोचिंग लेता था। वहीं, ज्योति प्रसाद ने मिताली की प्रतिभा को पहचाना और मुझसे कहा कि मुझे अपनी बेटी के क्रिकेट पर अधिक फोकस करना चाहिए क्योंकि उसमें बहुत प्रतिभा है।
बेटी का खयाल रखने के लिए मां ने नौकरी छोड़ दी
मिताली की मां लीला राज ने बेटी की हर ख्वाहिश पूरी करने के लिए अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी, ताकि वे क्रिकेट कोचिंग से आकर अपनी बेटी का खयाल रख सकें। और जब मिताली राज ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 26 जून 1999 में पहली बार आयरलैंड के खिलाफ मैं खेला, जिसमें मिताली ने नाबाद 114 रन बनाए। उस वक्त वह शतक लगाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी भी थीं।
इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेला
मिताली ने 2001-2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टैस्ट मैच खेला। मिताली ने अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आज तक का सर्वाधिक स्कोर 214 रन बना कर कीर्तिमान स्थापित किया है। यह इतिहास उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 2002 में बनाया। यह महिला क्रिकेट का सबसे अधिक रन रिकॉर्ड है। 2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए 22 वर्षीय मिताली राज को 21 सितम्बर, 2004 को 'अर्जुन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
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