ओलंपिक में मनु भाकर ने पहला मेडल जीतकर बढ़ाया भारत का गौरव

पेरिस ओलंपिक में शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है। मनु ने कमाल करते हुए भारत की झोली में पहला मेडल डाला है। 22 वर्षीय मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। हालांकि वे सिल्वर मेडल की रेस से प्वाइंट एक से पीछ रह गई। मनु ने फाइनल में 221.7 अंक हासिल किए और वह तीसरे स्थान पर रहीं। बता दें कि ओलंपिक में मनु भाकर का यह पहला मेडल रहा जबकि पिछले ओलंपिक में वो किसी भी इवेंट में क्वालिफाई नहीं कर पाई थीं। इतना ही नहीं मनु भाकर ओलंकि में भारत के लिए शूटिंग में मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।  पेरिस ओलंपिक 2024 में भी भारत का ये पहला पदक है।

10 मीटर एयर पिस्टल में मेडल के लिए 8 महिला शूटर मैदान में थीं। मनु ने तीसरा स्थान हासिल किया और पदक जीत लिया। मनु ने कुल 221.7 का स्कोर किया। उन्होंने पहले स्टेज में 50.4 का स्कोर और फिर दूसरे स्टेज में उनका स्कोर 101.7 तक पहुंच गया।   पहले दो स्थानों पर कोरियाई प्लेयर्स का कब्जा रहा। साउथ कोरिया की ओह ये जिन ने 243.2 का स्कोर किया। वह पहले नंबर पर रही और गोल्ड मेडल जीता। दूसरे नंबर पर किम येजी थीं, जिनका स्कोर 241.3 रहा।

ओलंपिक्स शूटिंग में हमने 12 साल बाद कोई मेडल जीता है। आखिरी बार गगन नारंग और विजय कुमार ने ओलंपिक्स में शूटिंग मेडल्स जीते थे। नारंग ने ब्रॉन्ज़ जबकि विजय ने सिल्वर अपने नाम किया था। Paris 2024 में गगन भारतीय दल के मुखिया बनकर गए हैं।

मेडल जीतने के बाद मनु बोलीं,

बहुत अच्छा लग रहा है। भारत को इस मेडल का लंबे वक्त से इंतजार था। हम और मेडल्स डिज़र्व करते हैं। इस बार हमारी कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा मेडल जीत सकें। टीम बहुत मेहनत कर रही है। एक व्यक्ति के रूप में मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। ये ब्रॉन्ज़ है, अगली बार और बेहतर करने की कोशिश करूंगी। मैं गीता बहुत पढ़ती हूं। लास्ट शॉट्स के वक्त मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि आप कर्म करो, फल की चिंता नहीं। अपना बेस्ट दो, बाक़ी जो होना होगा हो जाएगा।

इससे पहले मनु ने क्वॉलिफ़ाइंग में ही दिखा दिया था कि इस बार उनसे मेडल की उम्मीद की जा सकती है। पूर्व यूथ ओलंपिक्स चैंपियन मनु ने क्वॉलिफ़िकेशन राउंड में 580 पॉइंट्स स्कोर किए। वह तीसरे नंबर पर रहते हुए आगे बढ़ीं। मनु ने क्वॉलिफ़ाइंग राउंड में 27 बार इनर 10 पर निशाना लगाया। 10मीटर एयर पिस्टल में 10 रिंग्स के बाद टार्गेट में एक और रिंग होती है। इसे इनर 10 कहते हैं।

इसमें मारने पर भी दस पॉइंट्स ही मिलते हैं। लेकिन कंपटिशन के दौरान किसी टाई को ब्रेक करने के लिए इनर 10 का इस्तेमाल करते हैं। यानी जब स्कोर बराबर हों, तो ये देखा जाता है कि किस शूटर ने ज्यादा बार इनर 10 स्कोर किया।

पेरिस 2024 10 मीटर एयर पिस्टल क्वॉलिफ़िकेशन में कोई भी शूटर इतनी बार इन 10 पर निशाना नहीं लगा पाया। मनु ने कई नौ पॉइंट्स के शॉट भी लगाए। खासतौर से अपने आखिरी 30 शॉट्स में उन्होंने कई बार ऐसा किया। लेकिन उन्हें लगातार ऐवरेज़ से से ऊपर शूट करने का फायदा मिला और वह क्वॉलिफ़ाई कर गईं। 60 में से मनु का सिर्फ़ एक शॉट 8 पॉइंट्स का लगा। यानी उन्होंने 59 शॉट नौ या उससे ज्यादा पॉइंट्स के लगाए।

कौन हैं मनु भाकर

हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु के पिता मर्चेंट नेवी में चीफ इंजिनियर हैं। 14 साल की उम्र तक मनु बॉक्सिंग, टेनिस, स्केटिंग और मणिपुरी मार्शल आर्ट्स खेलती थीं। इन इवेंट्स में उन्होंने कई नेशनल मेडल्स भी जीत रखे थे। लेकिन अप्रैल 2016 में मनु पहली बार शूटिंग रेंज पहुंचीं। सोचा कि यहां भी हाथ आजमा ही लेते हैं। हाथ आजमाया और ऐसा आजमाया कि 15 दिन बाद ही हरियाणा ओपन टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया।

बस यहीं से मन बन गया कि अब उन्हें शूटिंग ही करनी है और उनके इस फैसले को साथ मिला मनु के पिता का। मनु ने शूटिंग शुरू कर दी और शुरू करते ही साल 2017 की एशियन जूनियर चैंपियनशिप का सिल्वर मेडल जीत लिया। लेकिन असली कमाल तो हुआ इसी साल हुई नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में। यहां भाकर ने कई बार की नेशनल चैंपियन, तमाम नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली सुपरस्टार हीना सिद्धू को न सिर्फ हराया बल्कि उनका नेशनल रिकॉर्ड भी तोड़ डाला। इस इवेंट में मनु ने कुल नौ गोल्ड मेडल जीते।

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