पिता दिहाड़ी मजदूर, मां बेचती है चाय, बेटे को IPL से मिला 3 करोड़ का ऑफर

आईपीएल पैसे और ग्लैमर की चकाचौंध के अलावा भारत में नई प्रतिभाओं की खोज और उनको सही पहचान दिलाने का प्लेटफार्म माना जाता है। साल 2017 में खेले जाने वाले आईपीएल के सीजन-10 में कुछ बड़े नाम को खरीददार नहीं मिला तो कुछ ऐसे खिलाड़ियों की किस्मत चमक गई, जिसको कोई नहीं जानता था।
तमिलनाडु के टी नजराजन को 3 करोड़ में पंजाब ने खरीदा
सोमवार को हुए आईपीएल के सीजन 10 के ऑक्शन ने कई खिलाड़ियों की किस्मत बदल दी, इनमें से एक हैं तमिलनाडु के खिलाड़ी टी. नटराजन, जिन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ रुपये में खरीदा है। नटराजन के पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं, तो वहीं उनकी मां चाय बेचने का काम करती हैं, लेकिन अब किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि वह करोड़पति हो गए। नटराजन के पिता पहले कुली का काम करते हैं, अब वह दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं। थंगरासू अपने पांच भाई-बहनों में से एक हैं। पिछले साल हुई तमिलनाडु प्रीमियर लीग में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, जिसका ईनाम उन्हें अब आईपीएल में मिला।
बायें हाथ के तेज गेंदबाज थंगारासू नटराजन की निगाहें टीवी स्क्रीन पर लगी थी और जैसे ही आईपीएल नीलामी के दौरान उनका नाम बोली में आया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जैसे ही किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से वीरेंद्र सहवाग ने तीन करोड़ में उनकी बोली लगाई तो कुछ ही मिनट में इस 25 वर्षीय क्रिकेटर की जिंदगी बदल गयी, क्योंकि 10 लाख रुपये के बेस प्राइज के बावजूद उन्हें 30 गुना कीमत पर खरीदा गया।
10 लाख से 3 करोड़
25 वर्षीय थंगरासू नटराजन तमिलनाडु की ओर से खेलते हैं, वह लेफ्ट आर्म पेस बॉलर हैं। उनका बेस प्राइस मात्र 10 लाख रुपये था। तमिलनाडु में वह मुस्तफिजुर रहमान के नाम से जाने जाते हैं।
यॉर्कर डालना है ताकत
नटराजन की खासियत उनकी रफ्तार और यॉर्कर गेंदबाजी है, वह लगातार 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। 20 साल की उम्र तक वह बस टेनिस बॉल से ही क्रिकेट खेलते हुए नजर आएं हैं।
मां सड़क किनारे चाय की दुकान लगाती हैं
थंगारासू नटराजन के लिए चिन्नप्पमपट्टी जैसे छोटे से गांव में जीवन आसान नहीं था। उनके पिता साड़ी की फैट्री में काम करने वाले छोटे से कर्मचारी है और मां सड़क के किनारे एक छोटी सी दुकान लगाती थीं। हिंदू अखबार से बातचीत में नटराजन ने बताया कि उन्होंने हमेशा से जीवन में पैसों की तंगी देखी। वो पांच भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके एक भाई हैं और तीन बहनें हैं। सबसे बड़े होने के नाते उन पर कई जिम्मेदारियां भी हैं। आज नटराजन तमिलनाडु के होनहार गेंदबाजों में से हैं। शनिवार से तमिलनाडु और बड़ौदा के बीच होने वाले रणजी मैच में टीम को नटराजन से बड़ी उम्मीदें हैं।
टेनिस बॉल से खेला करते थे क्रिकेट
20 साल की उम्र तक नटराजन ने सिर्फ टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला था। उन्होंने कभी क्रिकेट ग्राउंड नहीं देखा था, ना ही कभी अपने स्कूल या कॉलेज का क्रिकेट में प्रतिनिधित्व किया। नटराजन के गांव में रहने वाले ए.जयप्रकाश ने उन्हें पेशेवर क्रिकेट खेलने की सलाह दी और इस तरह वो चैन्नई आ गए। चेन्नई आकर 2010-11 में नटराजन ने पहली बार टीएनसीए लीग के लिए खेला। नटराजन ने कहा कि 'ये सब मेरे लिए नया था। मैं आज भी जयप्रकाश अन्ना को धन्यावाद करता हूं।'
साल 2012-13 में नटराजन ने लोकप्रिय क्लब 'जोली रोवर्स' के लिए खेला जहां से आर.अश्विन और मुरली विजय जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स निकले हैं। लेकिन उनके लिए सबसे बड़ा बदलाव पिछले साल आया जब शुरुआती तमिलनाडु प्रीमियर लीग में डिंडीगुल ड्रैगन्स के लिए उनका प्रदर्शन शानदार रहा जिससे वह आईपीएल अधिकारियों की निगाह में आए।
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