आज ही के दिन भारत ने रचा था इतिहास, धोनी ने लगाया था इतिहास रचने वाला छक्का

28 साल बाद अपने ही घर पर वर्ल्डकप जीतने के बाद जहां इतिहास रच दिया था। वहीं भारत ने श्रीलंका को हरा कर कई मिथक तोड़े। वह पहली ऐसी मेजबान टीम बनी, जिसने वर्ल्ड कप जीता। इससे पहले किसी टीम ने अपनी धरती पर वर्ल्ड कप हासिल नहीं किया था। यही नहीं टीम इंडिया लक्ष्य का पीछा करते हुए चैंपियन बनने वाली तीसरी टीम बनी। इससे पहले वर्ल्ड कप के इतिहास में दो बार ही ऐसा हो चुका था। यही नहीं एक ये भी इतिहास था कि अब तक फाइनल में शतक बनाने वाले की टीम जीतती रही थी। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ, जब शतक काम नहीं आया। महेला जयवर्धने के नाबाद 103 रनों के बाद भी श्रीलंका को जीत नसीब नहीं हुई। उनके इस शतक पर महेंद्र सिंह धोनी व गौतम गंभीर की पारी भारी पड़ी थी।
एक समय लगा कि भारतीय टीम नहीं जीत पाएगी फाइनल

श्रीलंका के 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को शुरुआती झटके लगे थे। 2 विकेट महज 31 रन पर गिर गए थे। एक समय टीम इंडिया 114 रनों पर 3 विकेट खो चुकी थी। ओपनर गौतम गंभीर क्रीज पर थे और उनका साथ देने के लिए युवराज को आना था, लेकिन सबको हैरत में डालते हुए कप्तान धोनी युवराज से पहले क्रीज पर आ गए। उन्होंने धमाकेदार पारी खेल कर भारत को जीत दिलाई, वे मैन ऑफ द मैच रहे। धोनी ने गंभीर के साथ 109 रनों की शानदार पार्टनरशिप की। गौतम गंभीर ने 97 रनों की ठोस पारी खेली। धोनी ने 79 गेंदों में 91 रन तो बनाए ही साथ ही बेस्ट फिनिशर की परिभाषा पर खरे उतरते हुए विजयी सिक्सर मारकर सबके दिलों को जीत लिया। महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह ने 42 बॉल में 54 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया को ये खिताब दूसरी बार दिलाया था।
धोनी के छक्के को सभी चाहेंगे देखना

महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी शानदारी पारी और छक्के के दम पर भारत को दूसरी बार वर्ल्डकप जीताया था। धोनी के इस छक्के के साथ भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया था। इसी सिलसिले में भारत के पूर्व महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर से जब पूछा गया था कि अगर उनके जीवन में आखिरी 15 सेकेंड बचे हों, तो क्या करना चाहेंगे। ऐसे में उन्होंने साफ कहा कि 2 अप्रैल 2011 को महेंद्र सिंह धोनी के बल्ले से निकला हुआ छक्का देखना चाहेंगे। भारत को मैच जीतने के लिए 11 गेंदों पर 4 रन की जरूरत थी। उस समय क्रीज पर मौजूद थे धौनी और उन्होंने सीधा छक्का जड़ भारत को जीत दिला दी। उनका ये छक्का इतना दमदार था कि आज तक लोगों के दिमाग में बसा हुआ है।
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