अलविदा 2016: नई ऊंचाइयों पर पहुंचा भारतीय क्रिकेट का सितारा

भारतीय क्रिकेट के लिए साल 2016 उपलब्धियों से भरा रहा। पूरे साल टीम इंडिया को सफलता मिलती रही, कोहली एंड कंपनी ने नंबर-1 टेस्ट टीम के रूप में साल का समापन किया। हालांकि जब बात भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की करें तो उनके लिए यह साल संघर्ष से भरा रहा।
एशिया कप से की जीत की शुरुआत
साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार एकदिवसीय श्रृंखला में 0-4 से हारने के बाद भारत ने अच्छी वापसी करते हुए टी-20 श्रृंखला 3-0 से अपने नाम किया। इसके बाद श्रीलंका को घरेलू मैदान पर 2-1 से मात देने वाली भारतीय टीम ने टी-20 एशिया कप में बांग्लादेश को फाइनल मुकाबले में आठ विकेट से हराकर छठी बार खिताबी जीत हासिल की।
इस साल भारत ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट, एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखलाएं खेलीं
धोनी ने लिया टेस्ट से संन्यास
इस साल भारतीय टीम ने टी-20 क्रिकेट में अपनी खोई हुई छवि को वापस पाया और महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम घरेलू मैदान पर हुए आईसीसी टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रही, जहां उसे वेस्टइंडीज के हाथों हार झेलनी पड़ी और वेस्टइंडीज नया चैम्पियन बनकर उभरा। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टेस्ट क्रिकेट से धोनी के अचानक संन्यास लेने के बाद विराट कोहली को टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई और भारतीय टेस्ट टीम ने कोहली युग में प्रवेश किया।
कोहली ने इस साल सफलता के झंडे गाड़े
कोहली भी इस वर्ष सफलता के सातवें घोड़े पर सवार रहे और कई उपलब्धियां अपने और राष्ट्रीय टीम के खातें में डालीं। देश की सबसे लोकप्रिय लीग टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोहली ने अभूतपूर्व प्रदर्शन कर सर्वाधिक रन बनाने का लीग का नया रिकॉर्ड रच डाला। उन्होंने लीग में 973 रन बनाए, जिसमें चार शतकी पारियां शामिल रहीं। कोहली की अगुवाई में उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर फाइनल में पहुंची, हालांकि खिताबी मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद से उन्हें हार झेलनी पड़ी।
इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज को उन्हीं की धरती पर दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 2-0 से मात दी आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में फिर से शीर्ष स्थान हासिल किया। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ अमेरिकी धरती पर खेले गए दो मैचों टी-20 श्रृंखला भारत के लिए सफल नहीं रही, लेकिन बेहद रोमांचक साबित हुई। लोकेश राहुल के रूप में भारत को इस श्रृंखला ने नायाब बल्लेबाज दिया। राहुल ने 46 गेंदों में शतक ठोकते हुए अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में भारत के सबसे तेज शतकवीर होने का कारनामा किया। इसके बाद भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट के लंबे सत्र की शुरुआत की और भारतीय क्रिकेट पर कोहली का जादू इस दौरान सिर चढ़कर बोला।
न्यूजीलैंड को 3-0 से हराकर नंबर वन बनी टीम इंडिया
न्यूजीलैंड को टेस्ट श्रृंखला में 3-0 से हराने के साथ ही भारत ने टेस्ट रैंकिंग में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पछाड़ते हुए एक बार फिर शीर्ष स्थान हासिल किया, जिसे कोहली की सेना वर्ष के अंत तक कायम रखने में सफल रही। इस हार से त्रस्त न्यूजीलैंड की टीम ने पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में भारत को अच्छी टक्कर दी लेकिन भारतीय टीम अंतत: 3-2 से श्रृंखला पर कब्जा जमाने में सफल रही।
इंग्लैंड को 4-0 से दी मात
न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई श्रृंखला में जहां एक ओर कई रिकॉर्ड बने, वहीं इसे 4-0 से जीतते हुए भारत ने अपना पुराना बदला भी पूरा किया। इस श्रृंखला में घरेलू स्तर पर कर्नाटक की टीम के लिए खेलने वाले करुण नायर टेस्ट करियर के पहले शतक के तौर पर तिहरा शतक लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बने।
ICC वनडे टीम के कप्तान बने कोहली
इस श्रृंखला में कप्तान कोहली ने अपने करियर के 4,000 रन पूरे किए और उन्हें आईसीसी की एकदिवसीय टीम का कप्तान भी बनाया गया। इसके अलावा, बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले रविचंद्रन अश्विन को आईसीसी की ओर से साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में जहां भारत पहले स्थान पर है, वहीं टी-20 रैंकिंग में दूसरे और एकदिवसीय रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा, भारतीय टीम ने अपने साल का समापन लगातार 18 टेस्ट मैचों में अविजित रहते हुए किया।
लोढ़ा समिति से होता रहा संघर्ष
भारतीय क्रिकेट टीम इस पूरे वर्ष जहां सफलता के घोड़े पर सवार रही और नंबर-1 टेस्ट टीम के रूप में साल का समापन किया, वहीं मैदान के बाहर देश की शीर्ष नियामक संस्था भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के लिए यह साल संघर्ष से भरा रहा। बीसीसीआई को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने में हीला-हवाली करने के लिए कई बार शीर्ष अदालत से कड़ी फटकार झेलनी पड़ी और उसकी विश्वसनीयता में नई गिरावट दर्ज की गई। शीर्ष अदालत द्वारा लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने के लिए बार-बार दी गई चेतावनी के बावजूद बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के ने अड़ियल रुख बरकरार रखा है।
इन मामलों में खास रहा भारतीय क्रिकेट
भारतीय क्रिकेट के लिए साल 2016 स्वर्णिम रहा। सीनियर टीम के अलावा महिलाओं की टीम, अंडर-19 क्रिकेट टीम ने खिताबी जीत के साथ इस साल का अंत किया।
एशिया कप
इस साल की शुरुआत में भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में 6 मार्च को ढाका के मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टी-20 एशिया कप फाइनल मुकाबले में भारत ने मेजबान बांग्लादेश टीम को आठ विकेट से हराकर खिताब जीता।
महिला एशिया कप
बात अगर महिला क्रिकेट की करें तो बैंकॉक में हुए महिला एशिया कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 17 रनों से हराकर खिताब अपने नाम किया। भारतीय टीम ने लगातार छठी बार इस खिताब पर कब्जा किया। भारतीय महिला टीम से पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान मिताली राज की शानदार 73 रन पारी की बदौलत पाकिस्तान के सामने 122 रनों का लक्ष्य रखा, पाकिस्तान की टीम सिर्फ 104 ही बना पाई।
अंडर-19 एशिया कप
जबकि साल के अंत में भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम ने 2016 का अंत बेहतरीन अंदाज में करते हुए लगातार तीसरी बार अंडर-19 एशिया कप खिताब पर कब्जा कर लिया। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने मेजबान श्रीलंका को 34 रनों से मात दी और खिताब अपने नाम कर लिया। भारत ने लगातार तीसरी बार इस खिताब पर कब्जा जमाया है। इससे पहले साल 2012 और 2014 में भारत ने यह खिताब जीता था।
करुण नायर का तिहरा शतक
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा दूसरी तीसरी बार हुआ जब किसी ने टेस्ट मैचों में तिहरा शतक लगाया। भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले गए पांचवे टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज करुण नायर ने नाबाद 303 रनों की पारी खेली। हालांकि ऐसा करने वाले करुण नायर टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बाद दूसरे ही खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली
विराट कोहली के लिए यह साल सबसे शानदार रहा, कोहली ने साल 2016 में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खूब रन बटोरे। वनडे और टी20 की तरह कोहली ने इस साल टेस्ट में भी धमाल मचाया। विराट ने इस साल टेस्ट मैचों में करीब 80 की औसत से 1215 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 3 दोहरे शतक भी लगाए। एक साल में 3 दोहरे शतक लगाने वाले विराट कोहली पहले भारतीय क्रिकेटर हैं। इससे पहले विराट कोहली ने प्रथम श्रेणी में एक भी दोहरा शतक नहीं लगाया था।
आर अश्विन
पूरे साल भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार प्रदर्शन में गेंदबाज आर. अश्विन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अश्विन ने साल 2016 में 12 मैचों में 72 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने 8 बार पारी में 5 विकेट और 3 बार मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया। अश्विन इस साल सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। इसके साथ ही अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज 200 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
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