...तो सचिन तेंदुलकर के 'अधूरे ख्वाब' को पूरा करेगा उनका बेटा अर्जुन

हर पिता अपने बच्चों में अपना अक्स देखता है और अपने बच्चे की बदौलत एक बार फिर वो अपना बचपन जी रहा होता है। वहीं अगर बच्चा अपने पिता के सपने की तरफ बढ़ने लगे तो क्या कहने! ऐसा ही कुछ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ हो रहा है।
इस सपने को छोड़ सचिन ने क्रिकेट में सब हासिल किया
क्रिकेट और सचिन तेंदुलकर की बात करें तो दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू कहे जाएंगे। सचिन ने क्रिकेट में वो सभी मुकाम हासिल कर लिए जो उनके सामने आए। लेकिन एक सपना जो सचिन का क्रिकेट में था वो नहीं पूरा हो पाया और वो क्रिकेट को अलविदा कह दिए।
तेज गेंदबाज बनना था सपना
आप सभी को पता होगा कि सचिन तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन वो अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाए और अपने कोच के कहने पर बल्लेबाजी करने लगे। उसके बाद जो हुआ वो तो ऐतिहासिक ही कहा जाएगा। खैर, हम बात कर रहे हैं सचिन के इस सपने के बारे में। अब इसे किस्मत का खेल कहें या सचिन के अधूरे ख्वाब की तड़प, उनका बेटा अर्जुन तेंदुलकर एक तेज गेंदबाज बनने की राह पर चल पड़ा है।
अर्जुन तेंदुलकर ने हाल में उस समय सुर्खियां बटोरी थी जब वह इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नेट गेंदबाज बने थे।
मैक्ग्राथ अर्जुन को गेंदबाजी करते देखना चाहते हैं
आपको तो पता ही होगा, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा का मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ मैदान पर कई रोमांचक मुकाबला हुआ है। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मैक्ग्रा एमआरएफ पेस फाउंडेशन के साथ जुड़े हुए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने अब इस सचिन बेटे अर्जुन तेंदुलकर को गेंदबाजी करते हुए देखने की इच्छा जताई है। गौरतलब है कि अर्जुन बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं, मैक्ग्रा ने कहा, ‘सचिन का बेटा? वह अब कितने साल (17) का है, मेरे बेटे की उम्र के बराबर। मैंने अब तक उसे गेंदबाजी करते हुए नहीं देखा है और उसे देखने को लेकर उत्सुक हूं, उसे ठीक प्रदर्शन करना चाहिए। जब एमआरएफ (पेस अकादमी) शुरू हुई थी तो इससे सबसे पहले जुड़ने वाले लोगों में सचिन शामिल था। ’
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