हीना सिद्धू ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में किया कमाल, 25 मीटर एयर पिस्टल में जीता गोल्ड

गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ में छठे दिन भारत की हिना सिद्धू ने भारत की झोली में 11 गोल्ड मेडल डाला। मंगलवार को हिना सिद्धू ने 25 मीटर पिस्टल में भारत को एक और गोल्ड दिलाया। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के एलीना को हराकर गोल्ड मेडल जीता। हालांकि इसी मुकाबले में भारत की अन्नु सिंह भी भाग ले रही थी लेकिन वह फाइनल राउंड में बाहर हो गई।
हिना के लिए फाइनल मुकाबला काफी कड़ा रहा। हिना को रजत पदक विजेता एलीना से कड़ी टक्कर मिली। एक समय हिना तीसरे स्थान पर थी। लेकिन इसके बाद से हिना ने दबाव से उबरते हुए लगातार 10.4 से अधिक का निशाना लगाया और कुल 38 अंक जुटाकर गोल्ड मेडल हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया के एलीना को 35 अंक मिलें। वहीं अन्नु सिंह फाइनल के तीसरे एलमिनेशन के दौरान बाहर हो गई। बता दें कि इससे पहले हिना ने 10 मीटर एयर पिस्टल में 234.0 स्कोर के साथ सिल्वर मेडल जीता। हिना, मनु भाकर से करीब 7 अंक पीछे रहीं।
लुधियाना में जन्मीं हिना ने शौक में सिखी थी पिस्टल
हिना सिद्धू का जन्म अगस्त 1989 में पंजाब के लुधियाना में हुआ था। हिना सिद्धू के भाई करनवीर सिंह जूनियर स्तर पर शूटिंग मुकाबलों में हिस्सा ले चुके हैं। हिना के पिता राजदीप सिंह सिद्धू, एक्साइज एंड टैक्सेशन महकमे में उच्चाधिकारी रहे हैं। उनके चाचा बंदूकों की मरम्मत का काम करते थे। घर पर ऐसा माहौल होने के कारण हिना ने शौक-शौक में पिस्टल चलाना सीख लिया। बीडीसी कर चुकी हिना न्यूरोलॉजिस्ट बनना चाहती थी, लेकिन शूटिंग का शौक था। साल 2006 में हिना मेडिकल में दाखिले के लिए जी तोड़ तैयारी कर रही थीं। उन्होंने अपने शौक को करियर में बदल लिया और कॉलेज के दिनों से ही मेडल जीतने का सिलसिला शुरू हो गया था। 19 साल की उम्र में हिना ने हंगेरियन ओपन जीता और 2009 में बीजिंग में हुए वर्ल्ड कप में रजत पदक जीता। इसके बाद उनका यह सिलसिला चल पड़ा। साल 2010 में गुआंगझू (चीन) में एशियन गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता।
2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में इसी इवेंट में महिला व्यक्तिगत वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। वह 2012 लंदन और 2016 रियो डी जेनेरियो ओलंपिक्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उन्होंने 2012 में निशानेबाज रौनक पंडित से शादी की, जो बाद में उनके कोच बने। साल 2013 की विश्व शूटिंग प्रतियोगिता में 10 मीटर एयर पिस्टल टूर्नामेंट में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर हिना स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। हिना के पिता बताते हैं कि साल 2017 में उसकी उंगली में चोट लग गई थी। जिस वजह से शूटिंग के दौरान उनकी उंगली कांपती थी। डॉक्टर ने उंगली से कोई चीज पकड़ने से भी मना कर दिया था, लेकिन इलाज, फिजियोथेरेपी और अपनी हिम्मत की बदौलत हिना ने कमबैक किया। शानदार प्रदर्शन करते हुए हिना ने साल 2017 में कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
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