कश्मीर की इस बेटी को मिला गौतम गंभीर का सहारा

पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में पुलिस इन्सपेक्टर अब्दुल राशिद आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गये थे। जिसके बाद उनके परिवार पर संकट के पहाड़ टूट पड़े थे। जब शहीद अब्दुल राशिद का जनाजा उठा तो मीडिया में उनकी बेटी की रोती हुई तस्वीर वायरल हुई थी। जिसको देखने के बाद हर किसी ने एक सुर में इस घटना की निंदा की थी।
मदद को आगे आए गंभीर
भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी इस तस्वीर को देखा तो उन्हें काफी दुःख हुआ और उन्होंने पांच साल की जोहरा की मदद करने का ऐलान किया। गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए जोहरा की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की बात कही। टीम इंडिया के इस पूर्व ओपनर ने शहीद की बेटी जोहरा से कहा, "जोहरा मैं तुम्हारे सोने के लिए लोरी तो नहीं गा सकता, लेकिन तुम्हारे सपनों को हकीकत में बदलने के लिए तुम्हारी मदद कर सकता हूँ। भारत की बेटी मैं तुम्हारे पूरी पढ़ाई का खर्चा उठाऊंगा। जोहरा, अपने आंसुओं को जमीन पर मत गिरने दो। मुझे शक है कि धरती मां भी तुम्हारे दर्द को नहीं सह पाएगी? तुम्हारे शहीद पिता अब्दुल राशिद को मेरा सलाम।"
डॉक्टर बनना चाहती हैं जोहरा
उसके बाद जोहरा ने शाम में अपने जवाब में गंभीर को शुक्रिया कहा और अपने डॉक्टर बनने के सपने के बारे में बताया। जवाब में गंभीर ने जोहरा को थैंकयू न कहने और अपने सपने पूरे करने के लिए मेहनत करने को कहा साथ ही गौतम ने जोहरा को अपनी दोनों बेटियों की तरह बताया। सोशल मीडिया पर गंभीर के इस पहल की जमकर तारीफ़ हुई। जम्मू कश्मीर की पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य ने भी गौतम गंभीर का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि सेलेब्रिटीज और पब्लिक फिगर्स को पुलिस का हौसला बढ़ाने के लिए इस राज्य में आना चाहिए। हम इसके लिए न्योता देते हैं। एक ट्वीट में डीजीपी ने कहा- गंभीर ने जो सपोर्ट दिया है वो लंबे वक्त तक पुलिस और शहीद परिवारों का हौसला बढ़ाएगा।
डीआईजी ने जोहरा के नाम लिखी थी चिट्ठी
शहीद अब्दुल की अंतिम विदाई के वक्त जोहरा के फोटो और उसकी हालत देखकर साउथ कश्मीर के डीआईजी ने 30 अगस्त को अपने फेसबुक पेज पर जोहरा के नाम एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने जोहरा के आंसुओं को झकझोरने वाला बताया। साथ ही शहीद अब्दुल राशिद के बलिदान को हमेशा याद रखा जाने वाला बताया।
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