बांग्लादेश की जीत के पीछे इस भारतीय महिला क्रिकेटर का है हाथ

एशिया में महिला क्रिकेट टीम में अपना सिक्का जमाने वाली भारतीय टीम इस बार बांग्लादेश के हाथों हार गई। महिला एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट के फाइनल में छह बार की चैंपियन भारतीय टीम का बांग्लादेश के हाथों हारना सबसे लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं था। भारतीय टीम को हराकर बांग्लादेश से सबको चौका दिया है। बांग्लादेश से हारने के बाद जहां भारतीय टीम के प्रंशसकों को झटका लगा है। वहीं बांग्लादेश की टीम का मनोबल बढ़ा है।
बांग्लादेश का यह मनोबल बढ़ाने में पर्दे के पीछे का काम करने वाले कोच का है। बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम की कोच और कोई नहीं बल्कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर व विकेटकीपर अंजू जैन का है। मई माह में कोच की जिम्मेदारी संभालने वाली अंजू जैन ने इस जीत के सबको चौका दिया है। अंजू ने टीम को बेहतर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की और टीम को सफलता दिलाई। बता दें कि टूर्नामेंट में हरमप्रीत कौर के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।
मलेशिया के किनरारा अकेडमी ओवल पर खेला गया यह मैच बेहद रोमांचक रहा और बांग्लादेश ने आखिरी गेंद पर यह मैच तीन विकेट से जीतकर खिताब अपने नाम किया। भातीय टीम ने कप्तान हरमनप्रीत के 56 रनों के बावजूद निर्धारित 20 ओवरों में लड़खड़ाते हुए 9 विकेट पर 112 रन ही बना पाई। जवाब में बांग्लादेश ने आखिरी गेंद पर सात विकेट खोकर 113 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। बांग्लादेश की तरफ से सबसे ज्यादा 27 रन बनाए जबकि रुमाना अहमद ने 23 रन का योगदान दिया।
21 मई को अंजू जैन ने संभाला कोच का पद

भारत में विकेटकीपर की हैसियत से खेल चुकीं पूर्व महिला क्रिकेटर अंजू जैन ने 21 मई को बांग्लादेश की महिला क्रिकेट का कोच पद संभाला है। अंजू जैन ने इग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर डेविड केपल का स्थान लिया था। अंजू ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए साक्षात्कार में कहा था कि 'बांग्लादेश टीम से जुड़ना चुनौतीभरा कदम है। टीम का मनोबल इस समय निचले स्तर पर है। मेरा ध्यान इस टीम के मनोबल को ऊंचाई पर पहुंचाना है।'
ऐसे टीम का पद संभालना मेरे लिए काफी बड़ी चुनौती थी लेकिन मैं टीम की खिलाड़ियों की तारीफ करना चाहूंगी जिन्होंने इतना शानदार खेल दिखाया और बताए गए बिन्दुओं पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा ये टीम और खासतौर पर मेरे लिए काफी बड़ा पल है। अंजू भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओर से आठ टेस्ट और 65 वनडे मैच खेल चुकी हैं। यही नहीं, वर्ष 2012 के वर्ल्ड टी-20 और 2013 के वर्ल्डकप में वे भारतीय टीम की कोच भी रह चुकी हैं। अंजू क्रिकेटर की हैसियत से टेस्ट में 441 और वनडे में 1729 रन बना चुकी हैं। बांग्लादेश को जीताने वाली अंजू यहां की कोच बनने से पहले विदर्भ की कोच थीं और उनकी कोचिंग में विदर्भ पहली बार घरेलू एकदिवसीय प्रतियोगिता में प्लेट ग्रुप में शीर्ष पर रही थी।
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