भारत के पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ का ब्लड कैंसर के चलते बुधवार यानि 31 जुलाई को निधन हो गया। गायकवाड़ साल 1997 से 1999 तक और फिर 2000 तक भारत के हेड कोच के रूप में काम कर चुके हैं। साल 1974 में उन्होंने भारतीय टीम के लिए पहला मैच खेलते हुए डेब्यू किया। इसके साथ ही 1975 और 1978 वर्ल्ड कप में वह भारतीय टीम के लिए पहला मैच खेला। इसके साथ ही 1975 और 1978 वर्ल्ड कप में वह भारतीय टीम के हिस्सा रहे चुके थे। गायकवाड़ ने भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले थे। जिसमें उन्होंने दो शतकों के साथ 1153 रन बनाए थे और 1983 में पाकिस्तान के खिलाफ 201 रन का अपने करियर का सबसे बड़ा स्कोर बनाया था। गायकवाड़ 1990 के दशक में राष्ट्रीय चयनकर्ता और भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे।
ईलाज के लिए BCCI ने 1 करोड़ की मदद की थी
गायकवाड़ लंबे समय से ब्लड कैंसर के खिलाफ लड़ाई रहे थे। उनका ईलाज लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में चल रहा था। बीसीसीआई ने गायकवाजड़ के ईलाज के लिए 1 करोड़ की आर्थिक मदद की थी। इसके साथ ही 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्यों ने भी आगे आ कर गायकवाड़ की मदद की थी।
संदीप ने बताया था गायकवाड़ की बिमारी के बारे में
71 साल के गायकवाड़ ने अपनी बिमारी के बारे में सबसे पहले संदीप पाटिल दुनिया को बताया था। उन्होंने बताया था कि गायकवाड़ एक साल से भी ज्यादा समय से अपनी बीमारी से बहादुरी से जूझ रहे थे और लंदन में इलाज करा रहे थे। गायकवाड़ ने व्यक्तिगत रूप से पाटिल को अपनी वित्तीय चुनौतियों के बारे में बताया था, जिसके बाद पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर बीसीसीआई कोषाध्यक्ष आशीष सेलार के पास पहुंचे थे, जिन्होंने वित्तीय सहायता की मदद का आश्वासन दिया था।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर गायकवाड़ को श्रद्धाजंलि दी। उन्होंने लिखा, श्री अंशुमान गायकवाड़ जी को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। वे एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और एक बेहतरीन कोच थे। उनके निधन से बहुत दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति