Melbourne Cricket Ground में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट के चौथे दिन एक अनोखा और विवादास्पद वाकया देखने को मिला। Australian captain Pat Cummins ने तीसरे अंपायर द्वारा दिए गए फैसले पर दोबारा DRS की मांग कर दी, जिससे क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
घटना तब हुई जब ऑस्ट्रेलिया ने मोहम्मद सिराज के खिलाफ स्लिप में कैच की अपील की। ऑन-फील्ड अंपायरों ने मामले को तीसरे अंपायर के पास भेजा, जिन्होंने सिराज के पक्ष में फैसला देते हुए कहा कि गेंद ने बल्ले को छूने के बाद पिच पर टप्पा खाया था। इसके बाद कमिंस और उनकी टीम ने तीसरे अंपायर के इस फैसले पर असहमति जताई और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने दोबारा DRS की मांग की।
हालांकि, ऑन-फील्ड अंपायर ने कमिंस को सूचित किया कि तीसरे अंपायर द्वारा दिए गए फैसले की समीक्षा नहीं हो सकती। यह घटना क्रिकेट में एक दुर्लभ स्थिति थी, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम असंतुष्ट दिखाई दी।
कमेंट्री बॉक्स में पूर्व भारतीय खिलाड़ी इरफान पठान ने ऑस्ट्रेलियाई टीम पर तंज कसते हुए कहा कि शायद ऑस्ट्रेलिया को 2008 का दौरा याद आ गया है, जब उन्होंने अंपायरों को प्रभावित किया था।
Banter alert! 😁🫡
— Star Sports (@StarSportsIndia) December 29, 2024
When #PatCummins called for a review, #IrfanPathan delivered a cheeky response that hit right on target! 🙌🏻#AUSvINDOnStar 👉 4th Test, Day 4, LIVE NOW! pic.twitter.com/Y8nnH7n7Fx
वहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने कहा, “यह कुछ बहुत ही दिलचस्प है। मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। कमिंस कह रहे हैं, ‘आप अंपायरों ने खुद ही फैसला तीसरे अंपायर को भेजा, लेकिन मैं उस फैसले की दोबारा समीक्षा चाहता हूं।’ इस पर करीबी नजर डालने की जरूरत है।”
भारत के 2007-08 के दौरे पर कई फैसले भारत के खिलाफ गए थे। उस दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स को आउट नहीं दिया गया, जबकि स्पष्ट रूप से गेंद उनके बल्ले से टकराई थी। वहीं, युवराज सिंह को बिना बल्ले से गेंद छूने के बावजूद कैच आउट दिया गया था।