पिता बेचते हैं सब्जी और बेटी दुनिया में रोशन कर रही है देश का नाम

आकांक्षा अभी महज 16 साल की हैं और वह बीते दिनों श्रीलंका में संपन्न हुए अंडर शतरंज के 16 कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप और कोलकाता में संपन्न अंडर 17 चैंपियनशिप के साथ-साथ FIDE World Youth Championships का खिताब जीतने में सफल रही हैं। इस तरह यह उनकी इस सीजन की खिताबी हैट्रिक है।
पिता बेचते हैं सब्जी
वैसे तो भारत में तो आजकल बड़ों की तुलना में बच्चे ही कारनामे कर रहे हैं। ऐसे में महाराष्ट्र प्रांत के पुणे शहर से ताल्लुक रखने वाले सब्जी बेचने वाले शख्स की 16 वर्षीय बेटी आकांक्षा का वैश्विक स्तर पर संपन्न हुए FIDE World Youth Championships में जीत का सेहरा बंधना सबको गौरवान्वित करता है।
ऐसे जीता खिताब
फाइनल गेम में आकांक्षा आठ प्वाइंट के साथ नीदरलैंड की काजारिया अन्ना मजा से टाई अंक पर थीं, लेकिन काजरिया इरान की मोबिना से इस बीच मुकाबला हार गईं। मोबिना ने बाद में काजरिया को हरा दिया, गौरतलब है कि आकांक्षा की हार और मोबिना की हार में महज .5 प्वाइंट का फासला था।
यहां हम आपको बताते दें कि आकांक्षा को रूस की शौवालोवा पोलिना से एक मैच गंवाना पड़ा था। हालांकि आकांक्षा ने अपना सफर आगे जारी रखा और वह आगे कोई मैच नहीं हारीं। इसके अलावा उन्होंने दूसरे मुकाबलों में बेहतर प्वाइंट हासिल किए। उन्होंने सात मैच जीतने के साथ-साथ दो मैच ड्रॉ खेले।
जीत चुकी हैं कई चैंपियनशिप
आकांक्षा स्किल के मामले में हमेशा से ही अव्वल रही हैं। वह इससे पहले नेशनल अंडर 13 चैंपियन, नेशनल सब जूनियर चैंपियन, अंडर 16 कॉमनवेल्थ में लगातार दो साल चैंपियन, अंडर 16 में एशियन चैंपियन और अंडर 14 एशियन चैपियनशिप में भी कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
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