महिला के बाद पुरूष टेबल टेनिस टीम ने भारत का बढ़ाया मान

मुकाबले में फाइनल से पहले मैच में (एकल वर्ग) अचंता शरथ कमल, दूसरे मैच में साथियान गणासेकरन और तीसरे मैच (युगल वर्ग) में हरमीत देसाई और साथियान गणासेकरन ने जीत हासिल की। फाइनल का पहला मैच एकल वर्ग का था। जिसमें भारत के अनुभवी खिलाड़ी अचंता शरथ कमल ने अपना पहला गेम 4-11 से हारने के बाद वापसी करते हुए नाइजीरिया के बोडे अमियोडून को अगले तीन गेम में 11-5, 11-4 और 11-9 से हराकर भारत को 1-0 से आगे कर दिया।
इसके बाद दूसरे एकल मुकाबले में भारत के साथियान गणासेकरन को भी पहले गेम में 10-12 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने भी मैच में शानदार वापसी की और अगले तीन गेम में 11-3, 11-3, 11-4 से जीत दर्ज कर भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। इसके बाद, तीसरा मैच युगल वर्ग का था जिसमें हरमीत देसाई और साथियान गणासेकरन ने नाइजीरिया की ओलाजीडे ओमोटायो और बोडे अमियोडून की जोड़ी को 11-8, 11-5, 11-3 से हरा दिया। भारत का यह 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में नौवां स्वर्ण पदक है।
गौरतलब है कि 12 साल बाद भारतीय टीम ने टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहा। इससे पहले साल 2006 में हुए मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय में मेडल जीती थी। यही नहीं ऐसा पहली बार हुआ है कि जब पुरूष और महिला टेबल टेनिस टीम ने मुकाबला जीता है।
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