एक मैच देखने के लिए ही दुबई जा सकता है क्रिकेटरों का परिवार

कभी भारतीय क्रिकेटर पूरे विदेशी दौरे पर परिवार वालों को लेकर जाते थे। नई यात्रा नीति अब चैम्पियंस ट्राफी से लागू हो रही है। बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से कोई खिलाड़ी अपने परिजन को दुबई ले जाना चाहता है तो एक मैच के लिए ही ले जा सकता है। भरता अपने तीनों ग्रुप मैच दुबई में खेलेगा। ये नियम 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से हार के बाद बने थे। नए नियमों के अनुसार, 45 दिन से कम समय के टूर पर परिवार साथ नहीं जा सकते। 45 दिन से ज्यादा के टूर पर भी परिवार सिर्फ दो हफ्ते साथ रह सकते हैं।

27 बैग लेकर चल रहा था प्‍लेयर

दरअसल, एक स्टार खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 27 बैग लेकर चल रहा था। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान एक स्टार खिलाड़ी अपने साथ 27 बैग और ट्राली बैग लेकर चल रहे थे। उनके सामान का कुल वजन 250 किग्रा से भी ज्यादा था। इस सामान में 17 बल्ले थे। इसमें क्रिकेटर के अलावा उनके निजी स्टाफ व परिवार के बैग भी शामिल थे। निजी स्टाफ व परिवार के बैग अलग से ले जाने होते हैं, लेकिन इन्हें इस स्टार क्रिकेटर के सामान में शामिल कराया गया जिससे बीसीसीआई उसका भुगतान करे।

पहले से लागू हो चुके हैं कई नियम

आईपीएल 2025 के बाद जून-जुलाई-अगस्त में इंग्लैंड के पांच टेस्ट मैचों के दौरे पर परिवार टीम के साथ होंगे। यह दौरा 45 दिन से ज़्यादा का है। इसलिए परिवार साथ जा सकेंगे। रिपोर्ट में जिस अधिकारी का हवाला दिया गया है, उसने यह भी कहा कि ज्यादातर दूसरे नियम पहले ही लागू हो चुके हैं। जैसे घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य करना और टीम का एक साथ यात्रा करना। उन्होंने कहा, ‘अगर आप देखें तो पहले ही कोई भी खिलाड़ी प्रैक्टिस के लिए निजी गाड़ी नहीं मांग सकता। सभी राज्य इकाइयों को सूचित कर दिया गया है। इसी तरह जब से खिलाड़ी कोलकाता और नागपुर में इकट्ठा हुए, टीम ने एक साथ यात्रा की है।”

खिलाड़ियों के साथ दुबई नहीं जा सकेगा उनका परिवार

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के पत्नियां या परिवार वाले साथ नहीं जाएंगे चूंकि बीसीसीआई की नई यात्रा नीति पहली बार इस टूर्नामेंट के जरिये लागू हो रही है। 19 फरवरी से शुरू हो रही इस टूर्नामेंट का फाइनल नौ मार्च को है लिहाजा यह दौरा तीन सप्ताह से कम समय का ही है जिसमें बीसीसीआई खिलाड़ियों के परिवार को साथ जाने की अनुमति नहीं देगा।

नई नीति के तहत 45 दिन या उससे लंबे दौरे पर ही परिवार खिलाड़ियों के साथ अधिकतम दो सप्ताह के लिए जा सकता है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि ‘अगर कुछ बदलता है तो बात अलग है, लेकिन अभी तो खिलाड़ियों के साथ उनका परिवार नहीं जा रहा। एक सीनियर खिलाड़ी ने इसके बारे में पूछा था लेकिन उसे बताया गया कि नई नीति का पालन किया जाएगा।

बीसीसीआई की नीति में कहा गया है, ‘विदेश दौरे पर 45 दिन या अधिक समय भारत से बाहर रहने पर खिलाड़ी की पत्नी और बच्चे (18 वर्ष से कम उम्र के) अधिकतम दो सप्ताह के लिए साथ रह सकते हैं। इस नीति से अलग जाने पर उन्हें कोच, कप्तान और जीएम परिचालन से अनुमति लेनी होगी। इससे इतर अवधि के लिए खर्च भी बीसीसीआई नहीं उठाएगा।’

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