खेलेगा यूपी, खिलेगा यूपी, खेलेगा इण्डिया, खिलेगा इण्डिया: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियों के बीच श्रेष्ठ अवसर की तलाश के लिए खिलाड़ी हमेशा सजग रहते हैं। कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए हमारे खिलाड़ियों ने शानदार और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टोक्यो पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित टोक्यो पैरालम्पिक गेम्स-2020 में भारत के पदक विजेता एवं प्रदेश के प्रतिभागी खिलाड़ियों के सम्मान समारोह कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर 19 पदक जीतने वाले 17 खिलाड़ियों को व प्रतिभाग करने वाले 06 खिलाड़ियों को कुल 32.50 करोड़ रुपये की धनराशि का वितरण किया। उन्होंने खेल पर आधारित एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलेगा यूपी, खिलेगा यूपी, खेलेगा इण्डिया, खिलेगा इण्डिया। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलम्पिक व पैरालम्पिक में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन खिलाड़ियों द्वारा किया गया। खेलो इण्डिया खेलो तथा सांसद खेल स्पर्धा के माध्यम से भी खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। हम सब देश के कारण है और देश हमारी पहचान है। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों व वृद्ध व विपन्न खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता दी जा रही है। मेरठ में मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने सन् 1857 की क्रान्ति का बिगुल फूंकने वाली मेरठ की क्रान्तिधरा पर पैरालम्पिक खिलाड़ियों का स्वागत हुए कहा कि टोक्यो ओलंपिक व टोक्यो पैरालम्पिक में खिलाड़ियों द्वारा अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी का यह नैतिक कर्तव्य बनता है कि भारत की पहचान को बढ़ावा देने वाले व वैश्विक पटल पर नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय खेल मंत्री, जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं, ने स्वयं खिलाड़ियों का हाल जाना व व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। इसके लिए उन्होंने केन्द्रीय खेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व इन योजनाओं का सीधा लाभ पात्रों को मिल रहा है।
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मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच कुछ नया करने की रही है, उस सोच को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी मेरठ की बात होती है, तो मेरठ स्पोर्ट्स गुड्स के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ प्रारम्भ की गई। उन्होंने कहा कि इस योजना का मतलब जनपद के विशिष्ट उत्पाद के माध्यम से जिले की पहचान बन सके। जिससे इसके माध्यम से जनपद में व्यापक रोजगार व निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के शोध करने के उपरान्त मेरठ को स्पोर्ट्स गुड्स के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत चुना गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ ने स्पोर्ट्स गुड्स के क्षेत्र में उत्तरोत्तर तरक्की और अनुकरणीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मेरठ में स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरठ के स्पोर्ट्स गुड्स की अपनी एक गुणवत्ता है, जिसकी पूरे विश्व में डिमाण्ड है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्पोर्ट्स गुड्स व अन्य उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है, जिसके परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को महसूस किया और खेलो इण्डिया खेलो के माध्यम से भी खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का कार्य किया है, जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त से 05 सितम्बर, 2021 तक टोक्यो पैरालम्पिक-2020 में भारत के 54 खिलाड़ियों ने 09 खेलों में प्रतिभाग कर 05 स्वर्ण, 08 रजत व 06 कांस्य पदक सहित कुल 19 पदक जीते। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों में से 08 खिलाडी उत्तर प्रदेश के थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर ने भी देश के लिए पदक जीते और प्रदेश सरकार ने उनको 05 वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के खिलाड़ियों को टोक्यो पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 06 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 04 करोड़ रुपये व कांस्य पदक के लिए 02 करोड़ रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। इसी प्रकार, उत्तर प्रदेश से बाहर के खिलाड़ियों के लिए स्वर्ण पदक के लिए 02 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 1.50 करोड़ रुपये व कांस्य पदक के लिए एक करोड़ रुपये देने का कार्य किया जा रहा है। उ0प्र0 के खिलाड़ी जिन्होंने टोक्यो पैरालम्पिक में प्रतिभाग किया, लेकिन बेहतर प्रदर्शन के बावजूद पदक नहीं जीत पाए, राज्य सरकार ने ऐसे खिलाड़ियों को भी 25-25 लाख रुपये देने का कार्य किया है।
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