अगले वर्ष पाकिस्तान में होने वाली चैपियंस ट्राफी को लेकर अंततः गतिरोध समाप्त हो गया है। जय शाह की अगुवाई में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की पहली बैठक में गुरुवार को चैम्पियंस ट्राफी का आयोजन हाइब्रिड माडल पर करने की घोषणा की। ट्राफी में भारत और पाकिस्तान अपना मुक़ाबला तटस्थ स्थान पर खेलेंगे।
इसके साथ ही आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की मांग को स्वीकार करते हुए 2027 तक होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच मुक़ाबले तथस्त स्थान पर आयोजित करने को मंजूरी दी।
आईसीसी के साथ हुए तमाम क्रिकेट बोर्ड्स की मीटिंग के बाद साफ हो गया था कि यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में खेला जाएगा। हालांकि, इसकी मेजबानी पूरी तरह से पाकिस्तान के पास ही रहेगी। आईसीसी ने अपने ऐलान में ये बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले पाकिस्तान और न्यूट्रल वेन्यू पर खेले जाएंगे। हालांकि, न्यूट्रल वेन्यू कौन सा है, इसे लेकर आईसीसी ने कोई ऐलान नहीं किया लेकिन भारतीय बोर्ड की मांग दुबई में खेलने की रही है, ऐसे में टीम इंडिया के मुकाबले वहीं होने की उम्मीद है।
यानि बीसीसीआई ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी और भारत की सरकार से अनुमति नहीं मिलने की बात कही थी, उसे आईसीसी ने मान लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शुरुआत में अड़ियल रुख दिखाते हुए धमकाया था कि किसी भी कीमत पर वह हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करेगा और ऐसा होने पर वह अपना नाम भी वापस ले सकता है। मगर लंबी चर्चा के बाद समाधान निकल गया है।
इस समाधान में एक और अहम बात है। आईसीसी ने ये भी साफ किया है कि सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी ही नहीं, बल्कि 2027 तक होने वाले हर टूर्नामेंट में यही व्यवस्था लागू रहेगी। इसके तहत भारत में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी टीम अपने मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेलेगी। भारत में 2025 में ही महिला वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है, जबकि 2026 में भारत और श्रीलंका की मेजबानी में मेंस टी20 वर्ल्ड कप आयोजित होना है। ऐसे में पाकिस्तानी टीम इन दोनों ही टूर्नामेंट के अपने मुकाबले भारत से बाहर खेलेगी। इसी तरह 2028 के लिए पाकिस्तान को महिला टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी भी मिली है और इसमें भी न्यूट्रल वेन्यू की व्यवस्था जारी रहेगी।