भारतीय स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर्थ के बाद एडिलेड में भी जीत की कहानी लिखने को तैयार हैं। टीम की अगुवाई करते हुए पर्थ में उन्होने गेंद से जो कारनामा किया इसे वर्षों तक याद रखा जाएगा। रविवार को प्रधानमंत्री एकादश के विरुद्द भारतीय प्रशंसकों को एक बार फिर गुलाबी गेंद से अपने हीरो बुमराह को गेंदबाजी करते देखने की प्रतीक्षा थी लेकिन कार्यभार प्रबंधन के कारण अब इसके लिए एडिलेड टेस्ट तक की प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। भारतीय क्रिकेट टीम को शुक्रवार से एडिलेड ओवल में दिन-रात्रि टेस्ट मैच खेलना है। एडिलेड में अगर बुमराह के रिकार्ड की बात करें तो दो मैच में उन्होने यहां पर आठ विकेट गिराए हैं।
बुमराह की कहानियां सुनाएंगे हेड
एडिलेड में 6 दिसंबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच से पहले ट्रेविस हेड ने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए ये मजेदार बात कही। टीम इंडिया के उप-कप्तान की तारीफ करते हुए बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि बुमराह की गिनती क्रिकेट इतिहास के महानतम गेंदबाजों में होगी। हेड ने बुमराह के सामने बल्लेबाजी को चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि भारतीय गेंदबाज के खिलाफ खेलना उन्हें पसंद है।
पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में ट्रेविस हेड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 89 रन बनाए थे और टीम को मुकाबले में रखा था। हालांकि बुमराह ने ही उनका विकेट हासिल कर ऑस्ट्रेलिया की हार पर मुहर लगाई थी। इसके बावजूद हेड ने भारतीय पेसर की जमकर तारीफ की और हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि कई साल बाद जब वो अपने करियर को याद करेंगे, तब वो पोते-पोतियों को बता सकेंगे कि उन्होंने जसप्रीत बुमराह का सामना किया था। हेड ने उम्मीद जताई कि उन्हें आगे भी बुमराह के सामने बैटिंग का मौका मिलेगा।
30 साल के तेज गेंदबाज बुमराह ने रोहित शर्मा की गैरहाजिरी में पर्थ टेस्ट में टीम इंडिया की कमान संभाली थी। बुमराह ने एक आदर्श कप्तान की तरह खुद शानदार प्रदर्शन कर टीम की जीत सुनिश्चित की। बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में 3 विकेट लेकर टीम इंडिया को 295 रन से यादगार जीत दिलाई थी और सीरीज में 1-0 की बढ़त भी दिलाई। अब वो यही कमाल एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट में भी दोहराना चाहेंगे, जबकि ट्रेविस हेड की कोशिश होगी कि वो बुमराह से निपट सकें।