सचिन तेंदुलकर ने किया खुलासा, क्यों किया क्रिकेट छोड़ देने का फैसला...

भारत के दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर गुरुवार को पेशेवर नेटवर्किं ग वेबसाइट लिंक्डइन से जुड़ गए हैं। वह इस साइट से लिंक्डइन इंफ्लूअंसर के तौर पर जुड़े हैं। एक बयान के मुताबिक, विश्व भर में 500 से ज्यादा लोग इस वेबसाइट से इंफ्लूअंसर के तौर पर जुड़े हैं। सचिन पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जो वेबसाइट से इस रूप में जुड़े हैं।
लिंक्डइन में उनका पहला पोस्ट उनके क्रिकेट के बाद व्यवसायी बनने में हासिल की गई सफलता के बारे में बताती है। तेंदुलकर इस मंच के जरिये ज्यादा तादाद में लोगों के साथ जुड़ने और उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतर करने की शिक्षा देने के उद्देश्य से जुड़े हैं।
लगातार सीखते रहना मेरे आगे बढ़ने का कारण है
सचिन ने कहा, 'मैं लगातार सीख रहा हूं और हालिया दौर में मैदान के बाहर मैंने काफी कुछ सीखा है। यह अनुभव मेरे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के अनुभव से अलग है। एक टीम का हिस्सा होना और लगातार सीखते रहना मेरे आगे बढ़ने का कारण है।' क्रिकेट में भगवान का दर्जा पा चुके सचिन का मानना है कि इस कंपनी के साथ कई मौकों पर वह अपने मैदान के अनुभव का उपयोग कर कंपनी को फायदा पहुंचा सकते हैं।
उन्होंने कहा, 'मेरा लक्ष्य अपना अनुभव लिंक्डइन जैसे मंच के साथ साझा करना है, ताकि मैं बड़ी तादाद में पेशेवर लोगों और उद्यामियों तक पहुंच सकूं और उन्हें एक अलग सोच दे सकूं तथा उनके हर दिन के प्रदर्शन को बेहतर करने में उनकी मदद कर सकूं।' लिंक्डइन इंफ्लूअंसर बनने के बाद सचिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और राजनेता शशि थरूर के समूह में आ गए हैं। लिंक्डइन भारत के प्रबंधक अक्षय कोठारी ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर के लिंक्डइन इंफ्लूअंसर बनने से हम खुश हैं। खेल और व्यवसाय में अपनी सफलता के कारण वह भारत के इंफ्लूअंसर लोगों में नया नाम बन गए हैं। उनका लक्ष्य वेबसाइट के 4.67 करोड़ लोगों की मदद करना होगा।'
2013 में किया क्रिकेट छोड़ने का फैसला
इस मौके पर सचिन ने क्रिकेट के बाद अपनी दूसरी इनिंग के बारे में एक ब्लॉग भी लिखा। सचिन ने ब्लॉग में बताया कि वह 2013 के अक्टूबर में जब वह सुबह उठे तो उन्हें लगा कि उन्हें उठने के जोर लगाना पड़ रहा है, शायद वही समय था कि मेरा क्रिकेट खेलने से बंद करने का मन बनाया। अपने ब्लॉग में सचिन ने लिखा कि सुनील गावस्कर उनके हीरो हैं, उन्होंने एक बार कहा था कि मैंने क्रिकेट को छोड़ने का निर्णय किया था जब मैं बार-बार घड़ी की तरफ देखता था और समय के बीतने का इंतजार करता था। मुझे भी ऐसा ही फील होता था तो मैंने खेल छोड़ने का निर्णय किया।
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