किसानों को उन्नति खेती की तरफ अग्रसर कर रही योगी सरकार
उत्तर सरकार किसानों के हित में एक के बाद एक करके योजनाएं चला रही है। किसानों के हित का ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से दर्जनों योजनाएं शुरू की गई है। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश दिवस-2021 के उपलक्ष्य पर आयोजित कृषक गोष्ठी एवं संवाद में कहा कि कृषक गोष्ठी को आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य प्रगतिशील किसानों के अनुभवों को साझा कर अन्य किसानों को भी उन्नत खेती की ओर अग्रसर करना है। उन्होंने कहा कि जब-जब देश में गरीबी हटाओ का नारा दिया गया तब-तब गरीबी और ज्यादा बढ़ी है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गरीबी हटाने के लिये आवश्यक है कि किसानों की आय को बढ़ाया जाए। किसानों की आय में वृद्धि तभी सम्भव है, जब कृषि लागत को कम किया जाए और उत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
ट्रैंच विधि से किसान करें बसंत कालीन बुआई, कमाए अधिक लाभ
उन्होंने कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की तरफ से किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस समय अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ सभी किसानों को मिल सके, इसके लिये पूर्ण पारदर्शी व्यवस्था की गयी है। यूपी के 27 लाख से अधिक किसानों को विभिन्न योजनान्तर्गत 678 करोड़ रूपये का अनुदान दिया गया है। प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, धान के साथ-साथ दलहन एवं तिलहन की भी खरीददारी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-2019 की विषम परिस्थितियों में भी प्रदेश सरकार की तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 36 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से गन्ना किसानों को 1.15 लाख करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के 2.30 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त बीज विधायन संयंत्रों की स्थापना के लिए 28 एफपीओ को ब्याजमुक्त 60-60 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत ही 44 जनपदों के 106 अन्य एफपीओ द्वारा भी आवेदन किया गया है। उन्होंने प्रदेश के किसानों को जीरो बजट खेती (प्राकृतिक खेती) की ओर आकृष्ट करते हुये विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रदेश के कुछ इच्छुक किसानों का समूह बनाकर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा कुरूक्षेत्र में करायी जा रही प्राकृतिक खेती का व्यवहारिक अनुभव दिलवाया गया है।
"वोकल फॉर लोकल" थीम के साथ अवध शिल्पग्राम में "हुनर हाट" की होगी शुरुआत
उन्होंने कहा कि देश में खाद्यान्न उत्पादन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है, लेकिन आपके प्रयासों से उत्तर प्रदेश कृषि क्षेत्र में देश में प्रत्येक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि आगामी एक फरवरी से तीन फरवरी के बीच में किसान समाधान दिवस के रूप में प्रदेश के समस्त विकास खण्डों में अभियान चलाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित किसानों को योजनान्तर्गत लाभ मुहैया कराया जायेगा। इस अवसर पर इनवैलिड आधार एवं आधार के अनुसार नाम सही किए जाएंगे।
अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि कृषि विभाग किसानों के कल्याण के लिये सदैव कृतसंकल्पित है। प्रदेश सरकार की तरफ से किसानों के हितार्थ में कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का निरंतर प्रयास है कि किसानों की आय को शीघ्रातिशीघ्र दोगुना किया जाए। आय को बढ़ाने के लिये आवश्यक है कि खर्चें कम किये जायें और उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त किसानों को उनकी उपज एवं उत्पाद का सही मूल्य भी प्राप्त होना अत्यंत आवश्यक है। किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिले, इसके लिये एफपीओ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने किसानों की आय में वृद्धि के लिये कृषि विविधीकरण पर भी विशेष बल दिया। समन्वित खेती ही ऐसा तरीका है जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि सम्भव है।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...