यह दुनिया की पहली फ्री यात्रा कराने वाली ट्रेन, इस रूट पर चलती है ट्रेन

यात्रियों की सुविधाओं के लिए दुनियाभर में ट्रेनों की रफ्तार दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही ट्रेनों का किराया बढ़ता जा रहा है। वहीं ,भारत में एक जगह पर ऐसी ट्रेन भी चलती जो यात्रियों को फ्री में यात्रा करती है। यह दुनिया की पहली फ्री ट्रेन है और हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बॉर्डर पर चलती है। यह ट्रेन नंगल से भाखड़ा डैम तक चलती है। इस ट्रेन में सफर करने वालों को टिकट नहीं लेना पड़ता है। यह ट्रेन 25 गांवों के बीच में पिछले 69 साल से फ्री में सफर करा रही है।
आखिर क्यों चलाई गई यह ट्रेन
इस ट्रेन को चलाने के पीछे का मकसद यह है कि देश की भावी पीढ़ी यह जान सके कि देश का सबसे बड़ा भाखड़ा डैम कैसे बना। देश का सबसे बड़ा डैम ऐसे ही नहीं बना। देश के पहले इस डैम को बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कौन-कौन सी चुनौतियां इसको बनाने मे आईं, ये बहुत ही कम लोगों को मालूम है। दरअसल, चट्टानों को काटकर दुर्गम रास्तों का निर्माण सामग्री पहुंचाने के लिए बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) ने यह ट्रेन चलाई थी। अब बीबीएमबी इस डैम को दिखाने के लिए ट्रेन का संचालन करता है।
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क्या खास है इस ट्रेन में
पिछले 69 साल से चल रही यह ट्रेन पहली बार 1949 में चलाई गई थी। इस ट्रेन के जरिए 25 गांव के सैकड़ों लोग प्रतिदिन यात्रा करते हैं। इस ट्रेन का सबसे ज्यादा फायदा स्टूडेंट्स को हो रहा है। यह ट्रेन नंगल से डैम तक चलती है और दिन में दो बार सफर तय करती है। ट्रेन के सभी कोच लकड़ी के बने हैं। इस ट्रेन में न तो कोई हॉकर और न ही टीटीई मिलेगा।
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बीबीएमबी देता है बजट
भावी पीढ़ी को डैम दिखाने के लिए प्रतिदिन चलने वाली ट्रेन को चलाने में अहम योगदान बीबीएमवी का है। जब इस ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था, उस समय 10 बोगियां थीं। यही नहीं जब जमीन का अधिग्रहण किया गया था उस समय मैनेजमेंट ने स्थानीय लोगों से वादा किया था कि उनकी सुविधा के लिए यह ट्रेन हमेशा चलती रहेगी। लोगों से किए गए वादे को आज भी बीबीएमवी निभा रहा है। ट्रेन चलाने चलाने के लिए प्रतिवर्ष बजट का निर्धारण किया जाता है। बीबीएमवी ने 2017-18 के लिए करीब साढ़े 57 लाख रुपए का बजट रखा गया था।
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