जब एक साथ आई ये महिलाएं तो दूर हो गई गांव की सबसे बड़ी समस्या

ओडिशा के हिमागीर पंचायत के पोडपाथार गांव की महिलाओं ने कुछ ऐसी कहानी बनाई है जिसे आज सब सुन और सुना रहे हैं। इन महिलाओं के सामूहिक प्रयासों के माध्यम से गांव में कुछ ऐसा हुआ, जो कोई सोच नहीं सकते हैं। आज इन महिलाओं का प्रयास ने गांव की सबसे बड़ी समस्या को सुलझा दिया है।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में पोडापथार गांव की महिलाएं अब देश में लाखों महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सुंदरगढ़ जिले में पानी की बहुत किल्लत है लेकिन यहां कि कुछ महिलाओं ने ऐसा काम किया है कि हर कोई उन्हें सलाम कर रहा है। इन लोगों अपने दृढ़ संकल्प के कारण गांव में पेयजल की स्थिति में सुधार ला दी है।
इस गांव की पहले ऐसी स्थिति थी कि यहां कि महिलाएं पीने का पानी लाने के लिए सुबह 4 बजे करीब उठ कर घर से 1 किलो मीटर दूर जाती थी लेकिन अब गांव की महिलाओं के इस संगठन जिसका नाम महिला संग्राम समिति है के सकारात्मक प्रयास से ये समस्या दूर हो गई है। गांव की एक 50 साल की महिला डटिया जोकि पेशे से किसान हैं वो बताती है कि "2002 में, पंचायत ने पद्पाथर में दो हाथ पंप स्थापित किए थे लेकिन हाथ पंप से पानी पीने लायक नहीं था"।
हालांकि पिछले 15 सालों में, सरकार ने गांव में तीन हैंड पंप लगाए लेकिन इससे निकलने वाला पानी में एकअजीब गंध होता है जिस वजह से लोग इसे पी नहीं पाते। गांव के लोग इस समस्या से पार पाने के लिए परेशान हो रहे थे, उन्होंने पीने का पानी लाने में बहुत दिक्कत होती थी। लेकिन उन्हों कोई रास्ता नहीं मिल रहा था, जिसके जरिए वो अपनी इस समस्या को दूर कर सके। लेकिन साल 2016 के दौरान आत्मसशक्ति ट्रस्ट जो कि ओडिशा और उत्तर प्रदेश में सामुदायिक विकास के मुद्दों पर काम करती है, उसने गांव के लोगों की मदद करने का फैसला किया।
'आत्मसशक्ति ट्रस्ट' ने गांव वालों की मदद से एक संगठन बनाया जिसका नाम 'संग्राम समिति' दिया गया। चूंकि पीने के पानी गांव के प्राथमिक समस्याओं में से एक थी। महिलाओं ने महिला संग्राम समिति के बैनर के तहत मिलकर काम करना शुरू कर दिया और सरकार को पीने के पानी की योजना को ठीक से लागू करने को मजबूर कर दिया। इस समिति के महिलाओं ने ऐसा कर दिखाया जो कभी कोई सोच नहीं सकता है।
वीडियो सभारः India Water Portal
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