मां और वर्दी का फर्ज साथ-साथ निभा रही लेडी कांस्टेबल अर्चना
सोशल मीडिया पर शुक्रवार से यह तस्वीर वायरल हो रही है। कोई इसे संघर्षों को बयां करती तस्वीर बता रहा है तो कोई ड्यूटी के फर्ज निभा रही मां जैसी बातें कह रहा है। वास्तव में छोटी बेटी को लेकर थाने में ड्यूटी करने वाली महिला सिपाही की तस्वीर झांसी कोतवाली की है।
झांसी कोतवाली में तैनात अर्चना अपनी छ: माह की बेटी को प्रतिदिन लाती है। वह यहां पर कभी सोती, तो कभी रोती... इन सबके बीच में भी नन्हीं परी अपनी मां के साथ ड्यूटी के दौरान रहती है। जब नन्हीं परी रोने लगती है तो वह अपने बच्ची को चुपवाती भी है और फिर डेस्क पर लिटा कर काम करने लगती है। सिपाही के इस हौसले को देखकर आज डीआइजी ने अर्चना को 1000 रुपये देकर पुरस्कृत करने किया है।
झांसी कोतवाली में तैनात महिला सिपाही अर्चना झाँसी में किराये के मकान में रहती हैं। अर्चना की दो बेटियां है। बड़ी बेटी 10 साल की है जो कि दादा-दादी के साथ कानपुर में रहती है और वहीं पर पढ़ाई कर रही है। अभी छ: माह पहले अर्चना को दूसरी बेटी हुई है। मातृत्व अवकाश के बाद वह फिर से छोटी बेटी अनिका को लेकर ड्यूटी पर लौट आई। बेटी छोटी है, इसलिए उसे घर पर अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। अर्चना उसे अपने साथ लेकर आती है और कोतवाली में उनकी ड्यूटी आगन्तुक रजिस्टर पर लगाई गई है।
यहां पर ड्यूटी लगी होने के कारण वह अपनी बेटी के साथ हर वक्त रहती है। पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष सिंह बघेल को जब यह बात पता चली, तो उन्होंने अर्चना को 1 ह़जार रुपए के नकद पुरस्कार देने का एलान कर दिया। कोतवाली में अनिका का ख्याल भी रखा जाता है। अर्चना ने बताया कि आगरा में उनके परिवार के लोग रहते हैं और उन्होंने आगरा के स्थानान्तरण का प्रार्थना पत्र दे दिया है।
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