अर्चना जयंत के फर्ज ने हर महिला पुलिसकर्मी को दिला दिया यह खास तोहफा

झांसी कोतवाली में ड्यूटी और मां फर्ज निभा रही अर्चना जयंत की हर कोई तारीफ कर रहा है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारी भी अर्चना की तारीफ करने से अपने को नहीं रोक पाएं।
प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने भी अर्चना की तारीफ की और कहा कि अर्चना
ने हम सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। उन्होंने अर्चना के काम करने के
तरीके को प्रेरक बताया और उनसे बात भी की है। सिंह ने उन्हें 21वीं सदी की
महिला का बेहतरीन उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की हर पुलिस
लाइंस में एक पालना गृह स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा अर्चना को आगरा में
तैनाती दी जाएगी ताकि वह घर के नजदीक रह सकें।
बता दें कि झांसी
कोतवाली में तैनात अर्चना जयंत की एक तस्वीर शुक्रवार से सोशल मीडिया पर
खूब वायरल हो रही थी। जिसमें वह अपनी छ: माह की बेटी अनिका के साथ ड्यूटी
करती नजर आ रही है। महिला सिपाही अर्चना झाँसी में किराये के मकान में रहती
हैं। अर्चना की दो बेटियां है। बड़ी बेटी 10 साल की है जो कि दादा-दादी के
साथ कानपुर नगर में रहती है और वहीं पर पढ़ाई कर रही है।
अभी छ:
माह पहले अर्चना को दूसरी बेटी हुई है। बेटी छोटी है, इसलिए उसे घर पर
अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। अर्चना उसे अपने साथ लेकर आती है और कोतवाली में
उनकी ड्यूटी आगन्तुक रजिस्टर पर लगाई गई है। यहां पर ड्यूटी लगी होने के
कारण वह अपनी बेटी के साथ हर वक्त रहती है। पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष
सिंह बघेल को जब यह बात पता चली, तो उन्होंने अर्चना को 1 हजार रुपए के नकद
पुरस्कार देने का एलान कर दिया। कोतवाली में अनिका का ख्याल भी रखा जाता
है।
2016 में भर्ती हुई है अर्चना
कानपुर नगर की रहने वाली अर्चना 2016 बैच की सिपाही हैं। उनकी शादी गुरुग्राम में जॉब करने वाले निलेश से हुई है। छह महीने पहले अर्चना ने बेटी को जन्म दिया। इसके अलावा एक ओर बेटी है। पति गुरुग्राम में और अर्चना झांसी में रह रहे हैं। ऐसे में बेटी की पूरी देखभाल की जिम्मेदारी अर्चना की है। उसके परिवार के कुछ लोग आगरा में रहते हैं और उसने यहां पर स्थानांतरण के लिए प्रार्थना पत्र भी दे रखा था। आखिरकार डीजीपी ओपी सिंह ने उनका ट्रांसफर कर ही दिया है।
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