हत्यारे के बच्चों का सहारा बनी यूपी पुलिस, इस तरह दिखाई दरियादिली

एक हत्यारे के जेल भेजने के बाद यूपी पुलिस ने उसके बच्चों की शिक्षा का बीड़ा उठाने का फैसला लिया है। सीतापुर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और अब वह जेल में है। उसके पांच बच्चे हैं जिनके पास कोई सहारा नहीं था। ऐसे में यूपी पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए उसके बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा उठाया है। बच्चों की आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्हें बैग के साथ ही साथ कपड़े व उनके खाने पीने के लिए राशन की व्यवस्था कराई है। पुलिस के इस कार्य की स्थानीय लोगों ने सराहना की है।
सीतापुर जनपद के पिसावां थाना क्षेत्र के देवगवां गांव निवासी रामसागर ने विवाद के चलते अपनी पत्नी रामरानी की बांका से प्रहार करके हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने रामसागर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इसके बाद उसके पांच बच्चे (चार पुत्री व एक पुत्र) बेसहारा हो गए। वे सभी मदद के लिए उधर-भटकते रहे, कुछ दिनों तक लोगों ने सहारा किया, लेकिन फिर अपने हाथ खिच लिए। बच्चे दिनभर भूखे रोए करता थे। यह बात जब स्थानीय थानाध्यक्ष दिनेश सिंह को पता चली तो वे स्वयं गांव पहुंचे और उन्होंने सभी बच्चे सलोनी (13), गौरी (8), जूली (6), सतेंद्र (5) सोनम (4) को पहनने के लिए कपड़े दिए।
स्कूल जाने वाले तीन बच्चों के लिए स्कूली बैग, पचास किलो चावल, पचास किलो गेहूं, व खाने पीने की वस्तुएं देकर उन्हें उनके घर भेज दिया। यही नहीं उन्होंने बच्चों की मदद करने के लिए जिलाधिकारी, बाल कल्याण विभाग व समाज कल्याण विभाग को भी पत्र लिखकर मदद करने का आग्रह किया। बच्चों को तुंरत में कोई दिक्कत न होने पाए इसके लिए प्रधान से बच्चों की मदद करने के लिए स्थानीय थानाध्यक्ष ने कहा है। इसके अलावा बीडीओ प्रदीप माथुर से बच्चों के राशन कार्ड बनाने व कोटे से राशन उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
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