नोटबंदी: उमाशंकर की बिटिया की शादी में पुलिस ने निभाया अपना फर्ज

बेटी की शादी करना एक पिता के लिए पुर्नजन्म जैसा होता है। ऐसे में आजकल की शादियां, जहां पैसे का सबसे बड़ा रोल होता है! और उस पर पुराने नोटों का न चलने से एक पिता के लिए बेटी की शादी इस समय का सबसे मुश्किल काम बन गया है। ऐसी ही एक कहानी लखनऊ के उमाशंकर की है।
'नवभारत टाइम्स' में छपी खबर के मुताबिक लखनऊ के उमाशंकर की बेटी की शादी में उस समय बड़ी अड़चन सामने आ गई जब शादी के लॉन को उसका मालिक बंद करके भाग गया। दरअसल लॉन मालिक नए नोट की मांग कर रहा था जबकि उमाशंकर उसे चेक दे रहे थे। लॉन मालिक को उमाशंकर के चेक पर भरोसा नहीं था।
उमाशंकर को कोई रास्ता नहीं सूझा तो वे लखनऊ के कृष्णानगर कोतवाली में फरियाद की। कोतवाली प्रभारी सुजीत द्विवेदी ने पिता के दर्द को महसूस किया और उनकी मदद करने की ठानी। पुलिस कर्मियों ने न सिर्फ मुसीबत में फंसे लड़की के पिता की मदद की बल्कि शादी में जाकर वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया।
पुलिस के कहने पर लॉन मालिक को हुआ भरोसा
पुलिसकर्मियों ने लॉन मालिक से बात की तो सामने आया कि वह नए नोट की मांग कर रहा है। उसे डर है कि चेक बाउंस हो जाएगा। कोतवाली प्रभारी ने बुधवार को एक सिपाही को एटीएम भेजकर उमाशंकर के अकाउंट की डीटेल निकलवाई। उसमें दो लाख रुपये थे। लॉन मालिक को इस बारे में बताया गया तो वह चेक लेने को तैयार हो गया और उसने लॉन का गेट खोल दिया।
पुलिसकर्मियों को खिलाई मिठाई
लॉन के साथ उमाशंकर की खुशियों का पिटारा भी खुल गया। वह मिठाई का डिब्बा लेकर कृष्णानगर कोतवाली पहुंचे। पुलिसकर्मियों को धन्यवाद देते हुए उन्हें मिठाई खिलाई और बेटी की शादी में भी बुलाया। कृष्णानगर कोतवाली के पुलिसकर्मी, उमाशंकर के निमंत्रण पर उनकी बिटिया की शादी में भी पहुंचे। वर-वधू को आशीर्वाद दिया और निकल पड़े अपनी ड्यूटी पर।
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