यूजीसी की खास पहल आईआईटी की तर्ज पर विवि भी लेंगे पूर्व छात्रों से फंड

विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें भी सरकार की तरफ से दिए जाने वाले फंड के लिए निर्भर रहने की जरूरत है। आईआईटी की तर्ज पर अब विश्वविद्यालय की तरफ से भी फंड के लिए सरकार पर निर्भर नहीं रहने की जरूरत है। अपना खर्चा चलाने के लिए विश्वविद्यालय पूर्व छात्रों से फंड लेंगे। पूर्व छात्रों को विश्वविद्यालयों के गवर्निंग बोर्ड में करेंगे। यही नहीं, विश्वविद्यालय की तरफ से पहली स्टूटेड करियर प्रग्रेशन एंड एल्यूमनाई नेटवर्क पालिसी 2021 सत्र से लागू हो रही है। इसमें पूर्व के छात्र से पैसे के साथ में उनके आइडिया से प्लेसमेंट, पाठ्यक्रम, परीक्षा से लेकर अन्य नीतियों में भी सुधार करने की तैयारी की जाएगी।
अगर आप दरोगा भर्ती का फॉर्म भरने जा रहे हैं तो जान ले ये खास दस प्वाइंट
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर इस बार पहली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने यह पॉलिसी तैयार की है। विश्वविद्यालय की तरफ से तैयार की गई किसी भी संस्थान को आगे बढ़ाने में पूर्व छात्रों का बहुत बड़ा योगदान होता है। बता दें, आईआईटी व आईआईएम में पूर्व छात्र संस्थान को आगे बढ़ाने में बेहद योगदान करते हैं। ऐसे में भी अब विश्वविद्यालयों में लागू करने की बात की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि इसका मकसद पूर्व छात्रों से पैसा लेना नहीं है बलकि उनके आइडिया को संस्थान के उत्थान व प्लेसमेंट में प्रयोग करने की बात की जा रही है। पुराने छात्र की तरफ से अपने अनुभवों के आधार पर स्नातक छात्रों को आगे बढने की बात की जाएगी। उनकी तरफ से वर्तमान के छात्रों को मदद करने की बात की जा रही है।
Bihar Board intermediate result 12th 2021: इंटरमीडिएट का परिणाम जारी, 78.04 फीसदी रहा रिजल्ट

आय से एक फीसदी सहयोग करने में एल्यूमनाई एक्टिवटी फंड
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से एल्यूमनाई एक्टिवटी फंड की तरफ से पूर्व छात्र को लेकर खास निर्देश दिए गए है। एल्यूमनाई एक्टिवटी फंड की तरफ से अपनी कुल आय में से एक फीसदी अपने संस्थान के अंदर ही अपना सहयोग के रूप में देने की बात कहीं गई है। अब पैसे की मदद से करने वाले सदस्यों को गवर्निंग बाडी में शामिल करने की भी तैयारी कर ली जा रही है। ऐसे सदस्य गवर्निंग बोर्ड की बैठक में भी शामिल किया जाएगा। पूर्व छात्रों से मिलने वाला पैसा छात्रों की विभिन्न योजनाओं के सहित इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगाया जाएगा। यही नहीं, पूर्व छात्र नियमों को पूरा करते होंगे तो वे शिक्षण कार्यों में भी सहयोग कर सकते हैं। संस्थान की तरफ से मिलने वाले फंड पर पूर्व छात्र को आयकर से भी छूट मिलेगी।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
मेरी कहानी
अन्य खबरें
Loading next News...
