बेटियों को जागरुक करने के लिए सरकार की तरफ से कई अभियान चलाए जा रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए ‘मिशन शक्ति अभियान’ चलाया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से ‘मिशन शक्ति अभियान’ के सुचारू एवं नियमित क्रियान्वयन के अंतर्गत 12 से 23 जनवरी 2021 तक प्रदेश में समस्त बोर्डों के सभी माध्यमिक विद्यालय में विशेष अभियान संचालित किया गया।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की निदेशक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि ‘मिशन शक्ति अभियान’ के तहत 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती- ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के अवसर पर प्रदेश के 18,390 विद्यालयों में स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों से प्रेरणा लेने एवं विचारों/शिक्षाओं को साझा किया गया। नए आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान तथा राष्ट्र निर्माण एवं सार्वभौमिक भाईचारे एवं युवा शक्ति के महत्व के प्रति छात्र छात्राओं को जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और ख्याति प्राप्त महिलाओं और बालिकाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि अभियान के दूसरे दिन 13 जनवरी को प्रदेश के 21,577 विद्यालयों में शक्ति मंच की बैठक आयोजित की गई जिसमें 1,82,589 बालिकाओं सहित 19,848 शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए दूरदर्शन उत्तर प्रदेश चैनल पर वीडियो प्रसारित किया गया, इस प्रसारण से 21,012 विद्यालयों में 1,98,461 बालिकाओं व 23,733 शिक्षिकाओं ने आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी को 17,804 विद्यालयों के छात्राओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करने हेतु स्थानीय महिला उद्यमी और स्वयं सहायता समूह के अनुभवों को साझा किया गया, जिसमें 2,09,332 बालिकाओं सहित 21,210 शिक्षिकाएं शामिल हुईं।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के तहत 18 जनवरी को 22,714 विद्यालयों में 2,54,905 बालिकाओं व 26,493 शिक्षिकाओं ने, 19 जनवरी को 23,101 विद्यालयों में 2,25,186 बालिकाओं व 26,125 शिक्षिकाओं ने, 21 जनवरी को 19112 विद्यालयों में अध्ययनरत 2,08,361 बालिकाओं व 20,970 शिक्षिकाओं ने, 22 जनवरी को 19,451 विद्यालयों में 2,07,067 बालिकाओं व 21,835 शिक्षिकाओं ने ऑनलाइन/ऑफलाइन माध्यम से आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके अलावा 23 जनवरी 2021 को 18,172 विद्यालयों में बाल मनोविज्ञान के संबंध में समझ विकसित कराने में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 2,06,131 बालिकाओं सहित 21,433 शिक्षिकाएं सम्मिलित रहीं।