अपने पहले ही प्रोजेक्ट में स्वच्छ भारत की दूत बनीं ये दो आईएएस अफसर

भारत की सबसे बड़ी प्रशासनिक नौकरी (IAS) में चयन के बाद इन दो अधिकारियों ने अपना पहला प्रोजेक्ट जिसे चुना वो अब तक शायद किसी आईएएस अधिकारी ने नहीं चुना होगा। 2014 बैच की टॉपर ईरा सिंघल और उसी बैच से निकलीं अंकिता आनंद ने दिल्ली की झुग्गी बस्तियों को साफ करने का जिम्मा अपने उपर लिया।
अपनी तरह की पहली परियोजना के तहत अरुणाचल प्रदेश,गोवा मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के ये दो आईएएस अधिकारियों ने इसके तहत दिल्ली के आरके पुरम की दो बड़े स्लम कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के खुले में शौच जाने की आदत में परिवर्तन लाने की कोशिश करेंगे।
आपको बता दें, दिल्ली के आरके पुरम में स्थित ये दो कॉलोनियां, एकता विहार और सोनिया कैंप में करीब 4,900 परिवार ऐसे हैं जो खुले में शौच करते हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत इन कॉलोनियों की पहचान शहरी विकास मंत्रालय ने की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक कॉलोनी में गई आईएएस अधिकारियों ईरा और अंकिता ने जब वहां के लोगों से बात की तो लोगों ने बताया कि उन्हें खुले में शौच जाने में कोई संकोच नहीं है।
शौचालय इस्तेमाल न करने के पीछे कोई बड़ा कारण नहीं
इन कॉलोनियों में लोगों को शौचालय ना इस्तेमाल करने का उनके पास कोई बड़ा कारण नहीं था। दोनों अधिकारियों ने बताया कि उनके सर्वे के दौरान उन्हें दर्जनों ऐसे शौचालय मिले जो नगर निगम ने बनावाए थे पर उनका इस्तेमाल कम किया जाता हैं क्योंकि उनकी छत गायब थी। इसके बाद इन दोनों ने इसे बनवाने का काम शुरू कर दिया है जो जल्द ही पूरा होने वाला है।
जागरूकता अभियान चलाया
इन दोनों अधिकारियों ने बताया कि वहां के लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के प्रयास के तहत एक हेल्थ वैन हर शनिवार कॉलोनियों का दौरा करती है। यह वैन केवल फ्री दवाईयां ही नहीं बांटती बल्कि लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक भी करती है। बातचीत में ईरा ने बताया कि कि सभी जाम नालियों को भी साफ किया जाएगा और हम लोगों को भी सफाई के लिए प्रेरित करने की कोशिश करेंगे। दोनों अधिकारी छह महीने अंदर अपनी ये परियोजना पूरी कर लेना चाहती हैं, पर उनका कहना है कि वो हमेशा इस परियोजना से जुड़ी रहेंगी।
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