जानिए कैसे दुनिया भर में पार्किंग व्यवस्था को आसान बना रहे हैं ये दो छात्र

आप दुनिया के किसी भी शहर में हो पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या हर जगह ही आम है। कई नियमों और व्यवस्थाओं के बावजूद भी इसकी समस्या बनी हुई है। आईआईटी मद्रास के दो पूर्व छात्रों ने इस परेशानी का एक अनोखा रास्ता निकाला है।
आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र व एफएमएस, दिल्ली से एमबीए चिराग जैन और रसिक पानसरे पार्किंग को आसान बनाना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने 2015 में 'गेट माई पार्किंग (Get My Parking) ऐप बनाया। ये ऐप यूजर्स को पार्किंग के लिए आस-पास की खाली जगह बताता है। ये उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद है जो शहर में अनजान रहते हैं। यह एडवांस पार्किंग एनालिटिक्स सॉल्यूशन प्रोवाइड करता है जो बड़े पैमाने पर इस अनऑर्गनाइज्ड इंडस्ट्री को मैनेज करने में मदद कर सकता है। यह ऐप पार्किंग ठेकेदारों (एंटरप्राइज सॉल्यूशन), सरकारों (स्मार्ट सिटी), इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स (प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन) और कस्टमर्स (मोबाइल एप्लिकेशन) के लिए भी सॉल्यूशन देता है।
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गेट माई पार्किंग टेक्नोलॉजी पुराने कार पार्कों में मौजूदा बैरियर टेक्नोलॉजी के साथ ही काम करती है, जिससे एक नई पार्किंग सिस्टम खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डिजिटल प्लेटफॉर्म की बढ़ती मांग के बीच ये टेक्नोलॉजी काफी असरदार रहेगी।
लोग इस 'ऐप' को जादू कहते हैं
चिराग कहते हैं कि भारत में ये समस्या बहुत बड़ी है और हमने जब कई संस्थापकों और ठेकदारों को इसका सॉल्यूशन यानि ये ऐप दिखाया तो कई लोगों ने इसे जादू कहा। लोग इससे काफी प्रभावित हुए क्योंकि य उन्हें बड़े काम की चीज लगी। शुरू में, हमने पार्किंग ऑपरेटरों का विश्वास हासिल करने और फिर डिजिटलीकरण की वैल्यू साबित करने के लिए काफी मुश्किलों का सामना किया। हम जिन लोगों के साथ काम कर रहे थे उन्हें समझाना बहुत मुश्किल था लेकिन हमारी टीम ने जल्द ही उन्हें भरोसा दिला दिया कि ये कितने काम की चीज है। चिराग कहते हैं, “हमारा विजन पार्किंग को आसान बनाना है। हम विश्व स्तर पर पार्किंग को डिजिटल करके ऐसा कर रहे हैं, हम इसे हासिल करने के लिए ट्रैक पर भी हैं। अभी तीन साल भी नहीं हुए हैं, इसलिए हम अभी शुरुआत कर रहे हैं।
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विदेशों में भी पहुंचा ये ऐप
चिराग कहते हैं कि स्टार्टअप्स सरकारों के साथ काम करने के इच्छुक हैं। लेकिन उनका अनुभव रहा है कि सरकारी निकाय अभी स्टार्टअप्स के साथ काम करने के लिए बहुत ओपन नहीं हैं। इसलिए, जब सरकारें अगले स्टेप्स पर विचार कर रही थीं, तभी 'गेट माई पार्किंग' ने विदेशों में अपना सफर शुरू करने का फैसला किया। चिराग और राशिक ने जर्मनी में स्थित APCOA पार्किंग के साथ स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप के रूप में प्रवेश किया। APCOA पार्किंग 13 देशों में काम करने वाली एक प्रमुख पार्किंग ऑपरेटर कंपनी है।
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