ड्राइवर ने दिखाई बहादुरी, गर्भवती महिला की जान बचाने के लिए बस को बना दिया एंबुलेंस

केरल के एक बस ड्राइवर और कंडक्टर ने मिलकर वो काम कर दिखाया जिसे सुनकर हर कोई उनकी तारीफ किए बिना नहीं रूक पाएगा। सरकारी बस में बैठी गर्भवती महिला की हालत गंभीर होते देखकर उन्होंने बस को एबुंलेंस बना दिया और उसे समय से अस्पताल पहुंचाया।
केरल के कोल्लम जिले की एक गभर्वती महिला अपने पति व बेटे के साथ बस में सफर कर रही थी कुछ ही देर में उसकी तबीयत खराब होने लगी। ड्राइवर गिरीश और कंडक्टर साजन ने ऐसे समय में बड़ी ही समझदारी से काम लिया। साजन ने द न्यूज मिनट को बताया, 'बस जब कन्याकुलंगरा के पास पहुंची तो मैंने देखा कि महिला की तबीयत खराब हो रही है,सीट न होने के कारण उसका पति पीछे खड़ा था। मैंने उसे कहा अपनी पत्नी को देखिए।
महिला आठ महीने के गर्भ से थी और उसकी हालत खराब होते देखकर ड्राइवर व कंडक्टर ने उसकी मदद करने का फैसला किया। महिला को तुरंत अस्पताल पहुंचाना भी बहुत जरूरी था। आस पास कोई वाहन न होने के कारण दोनों ने बस से उसे अस्पतलाल पहुंचाना टीक समझा। हांलाकि ये काम थोड़ा मुश्किल था क्योंकि बस में और भी यात्री बैठे थे। लेकिन यात्रियों ने भी इस नेक काम में उनका साथ दिया।
ड्राइवर गिरीश लगातार बस चलाता रहा और वो सीधे तिरुवनंतपुरम पहुंचे। वहां उन्हें अवित्तम तिरुमल अस्पताल मिला। ड्राइवर के साथ ही बस में बैठे लगभग 70 यात्रियों ने भी महिला की मदद की। कई यात्रियों को रास्ते में उतरना था लेकिन उन्होंने बस को रोकने के लिए नहीं कहा क्योंकि इससे अस्पताल पहुंचने में देर होती। बस में रोजाना सफर करने वाले एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने पुलिस कंट्रोल रूम में भी स्थिति और बस नंबर सहित सूचना दे दी ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में पुलिस की मदद ली जा सके। पुलिस ने रास्ते से ट्रैफिक को हटाने का काम किया।
महिला के समय पर अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी डिलीवरी आराम से हो गई। अगले दिन ड्राइवर व कंडक्टर दोनों महिला को देखने अस्पताल भी पहुंचें। उनका कहना था कि उन्होंने तो बस अपनी जिम्मेदारी निभाई है लेकिन इस नेक काम से एक महिला व बच्चे की जान बच गई।
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