चायवाले की बेटी अब उड़ाएगी फाइटर प्लेन, फ्लाइंग ब्रांच में हुआ चयन

जिस बेटी का परिवार कभी भी पायलट बनाने की सोच भी नहीं सकता था, उसी परिवार की बेटी ने अपनी काबिलियत से वह मुकाम हासिल कर लिया है। जी हां हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के छोटे से शहर नीमच में चाय की दुकान लगाने वाले सुरेश गंगवाल की जिन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि बेटी पायलट बन पाएगी। लेकिन आंचल गंगवाल ने इंडियन एयरफोर्स की परीक्षा पास कर ली है। यह परीक्षा पास करते ही उन्हें अब फाइटर प्लेन उड़ाने का मौका मिलेगा। एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में सिर्फ 22 पदों के लिए निकली भर्ती में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों में वह मध्यप्रदेश की एकलौती बेटी है।
एयरफोर्स की परीक्षा पास करने वाली आंचल गंगवाल ने इंटर क्लास में पढ़ाई के दौरान ही यह दृढ़ निश्चय कर लिया था कि उसे वायुसेना में जाना है। आंचल ने मीडिया से बताया कि "जब 12वीं की पढ़ाई कर रही थी, तब उत्तराखंड में बाढ़ आई थी। उस दौरान सेना ने जिस साहस से लोगों की जान बचाई, तभी से तय कर लिया कि मैं भी कुछ ऐसा ही करूंगी और मेरा सपना सेना में जाने का था जो कि अब पूरा हुआ।"
आंचल ने इंटर के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की और उनका सबसे पहले सब इंस्पेक्टर के पद चयन हो गया। लेकिन इसमें ट्रेनिंग व अन्य कठिनाईयां होने के कारण आंचल ने यह नौकरी छोड़ दी। बाद में उनका चयन व्यापमं के जरिये लेबर इंस्पेक्टर के रूप में सिलेक्शन हो गया। इस समय वह मंदसौर में लेबर इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर रही है। आंचल अपने परिवार की पहली लड़की हैं, जो सेना में जाएंगी। आंचल के पिता नीमच में बस स्टैंड के पास चाय की दुकान लगाते हैं। उन्होंने बताया कि "मैंने इंदौर में आंचल को कोचिंग कराने के लिए ऋण लिया क्योंकि मेरे पास इतना पैसा नहीं था कि मैं बेटी को अपने बूते पर भेज सकूं। लेकिन आज बेटी ने मेरा और पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया है।" आंचल के चयन पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटणीस ने भी बधाई दी है।
6 लाख अभ्यर्थियों के बीच में चयनित हुई आंचल
एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में सिर्फ 22 पदों के लिए होने वाले कॉमन एडमिशन टेस्ट में देशभर से करीब 6 लाख युवा शामिल हुए। यानी प्रत्येक के हिस्से में औसत 27272 से ज्यादा प्रतिस्पर्धी थे। चुने गए 22 परीक्षार्थियों में 5 लड़कियां हैं। इनमें भी नीमच की आंचल मध्यप्रदेश से चयनित होने वाली एकमात्र उम्मीदवार हैं। अब आंचल इस सेवा में चयनित होने के बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाएंगी। इस तरह से आंचल अब अवनि चतुर्वेदी के बाद मध्यप्रदेश की ऐसी बेटी होगी जो कि सेना में फाइटर प्लेन उड़ाकर राज्य का नाम ऊंचा करेगी। बता दें कि रीवा की अवनि मध्यप्रदेश की पहली महिला फाइटर पायलट है।
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