थाने में गाए गए मंगलाचार, एसआई बने दूल्हों के पिता
वाकया कुछ इस बार है राजधानी लखनऊ से 10 किलोमीटर पीजीआई क्षेत्र मे गरीब युवकों ने आदर्श विवाह कर एक अनोखी मिसाल पेश की साथ ही दहेज लोभियों को भी सीख दी है । बताया जा रहा है कि बिना पिता के गरीब संगे दो भाईयो ने बिना दहेज की शादी कर समाज को एक मिशाल दी है। एक ही दिन दोनो भाईयों ने परम्परा गत सात फेरे लेकर शादी की है। वही स्थानीय थाने के परिसर मे स्थित बरगद वृक्ष की पूजा अर्चना के साथ परिक्रमा कर थाने मौजूद दरोगा से आशीर्वाद लिया। दरोगा को पिता के रूप में आशीर्वाद देने का सबसे बड़ा कारण ये था कि दोनों ही दूल्हों के पिता नहीं थे।
सभा खेड़ा निवासी पार्वती के पति सरदार की काफी पहले मौत हो चुकी है, उनके दोनों बेटे राजू व सुनील पीजीआई अस्पताल में सविदाकर्मी के पद पर कार्यरत हैं। दोनों भाइयों ने बिना दहेज के 30 अप्रैल को एक ही मंडप में शादी की। दहेज न लेने का फैसला उनकी मां पार्वती ने लिया था। राजू की शादी गोसाईंगंज की रहने वाली रूपरानी व सुनील की शादी मोहनलालगंज निवासी मीरा से हुई। दोनों ही पीजीआई थाने पहुंचे तो वहां पर उनके पिता की भूमिका थाने में तैनात एक दरोगा से आशीर्वाद लिया। इस समय दोनों ही व्यक्तियों की ये शादी चर्चा का विषय बनी हुई है और थाने का माहौल भी शादी जैसा हो गया।
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