16 साल की छात्रा ने PM मोदी को लिखा पत्र, गांव को मिले 80 लाख रुपये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी समस्या बताने वालों की फेहरिस्त में चिकमंगलूर की एजी नमना का भी नाम शामिल हो गया है। नमना ने अपने गांव की समस्या के बारे में करीब 2 महीने पहले पत्र लिखा जिसका जवाब अब आया है, पीएमओ से आए इस जवाब के बाद पूरे गांव वासी नमना के मुरीद हो गए हैं।
पत्र में नमना ने क्या लिखा?
आपको बता दें इससे पहले भी कई बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी समस्या बता चुके हैं, यही नहीं देर सबेर पीएमओ की तरफ से ज्यादातार मामलों में सहायता मिली भी है। इस सोच के साथ चिकमंगलुर जिले में मुदिगेरे तालुक के छोटे से गांव आलेखन होराटी में रहने वाली एजी नमना ने पीएम को अपने गांव की बदहाली की तस्वरी लिखकर भेज दिया।
एजी नमना ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख कर कहा कि आप बहुत अच्छा काम कर रहे हो। 16 वर्षीय इस बच्ची ने 6 अक्टूबर को प्रधनामंत्री मोदी को अंग्रेजी में पत्र लिखकर अपने गांव की दुर्दशा के बारे में बताया। दो महीने तक उसको उसके पत्र का जवाब नहीं मिला, वह उम्मीद खो चुकी थी। लेकिन नमना और उसका परिवार तब चकित रह गया जब चिकमंगलुर जिला प्रशासन को पीएमओ के निर्देश के बारे में सूचित किया गया। पीएमओ ने अधिकारियों को दिसम्बर में मामले को देखने का अनुरोध किया।
गांव के निर्वाचित प्रतिनिधि ने नमना को धन्यवाद कहा
नमना के पत्र का जवाब आने के बाद उसके गांव के अधिकारी और निर्वाचित प्रतिनिधि उसको इस काम के लिए धन्यवाद कर रहे है। स्थानीय विधायक बीबी निन्गिया गांव में गए और गांव का ब्यौरा किया फिर फैसला लिया कि गांव के निर्माण और सुधार के लिए सरकार फंड्स लेंगे। इस गांव में लगभग 35 परिवार है और 300 लोग, लेकिन इस गांव में ठीक सड़क भी नहीं है। यह गांव स्वास्थ सुविधाओं से वंचित है, बिजली यहां नहीं आती है।
गांव को मिला 80 लाख रुपये का फंड
इस हफ्ते अधिकारियों ने गांंव का दौरा किया और ग्रामीणों को उनकी समस्याओं से निपटने का आश्वासन दिया। हालांकि नमना गांव में नहीं रहती है, उसके माता पिता और छोटा भाई वहां रहते हैं। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को इस मुद्दे पर गौर फरमाने का आदेश दिया है। गांव को सुधारने के लिए जेडीएस के मुदिगेरे विधायक निन्गिया को पीएमओ से 80 लाख रुपये सौंप दिए गए हैं।
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