पंजाब के इस सरकारी स्कूल के छात्र पेश कर रहे स्वच्छता की नजीर
कोरोना से बचाव के लिए हाथों की सफाई इस समय कितनी जरूरी है ये बात आपको एक बच्चा भी बचा सकता है। इस महामारी के दौर में हमें अपने हाथों की साफ-सफाई को लेकर जागरूर रहना होगा। कुछ ऐसी ही जागरूकता पंजाब के एक सरकारी स्कूल के बच्चों में देखी जा रही है। यहां लगे हाथ धोने के एक खास सिस्टम की वजह से जहां छात्रों में हाथ धोने की अच्छी आदत पड़ रही है, वहीं इससे पानी की बचत भी हो रही है।
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कोरोना से बचाव के लिए जागरूक हुए छात्र
पूरे देश के साथ ही पंजाब में भी कोरोना वायरस का कहर है। भारत सरकार के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वहां अभी तक 41 पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं 3 लोगों की महामारी से मौत भी हो चुकी है। इस समय सरकार और प्रशासन लोगों को कोरोना से बचाव के तरीके बता रहा है। इसमें हाथों की सफाई भी शामिल हैं। यहां के सरकारी स्कूल के छात्र लोगों के बीच साफ-सफाई की मिसाल पेश कर रहे हैं। यहां के नवांशहर जिले के बालाचूर के ताकाराला में गवर्नमेंट हाई स्कूल के 167 छात्र कोरोना से बचाव के लिए हाथ की सफाई की जरूरत से पूरी तरह वाकिफ हो चुके हैं। ये सब इस स्कूल में छह महीने पहले लगाए गए कंट्रोल्ड वॉटर रिलीज सिस्टम की वजह से संभव हो पाया है।
इस तरह काम करता है सिस्टम
ये सिस्टम छात्रों को 20 सेकेंड तक हाथ धोने के लिए प्रेरित करता है। इतना ही नहीं इसमें पानी बचाने की टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया जाता है जो हर बार हाथ धोने में करीब 700 एमएल पानी बचाता है। इसमें एक हैंड वॉश स्टेशन बनाया गया है, जिसमें एक साथ 14 छात्र अपने हाथ धो सकते हैं। इसमें एक पाइप लाइन में वॉल्व सिस्टम लगा है, जो 20 सेकेंड तक पानी देता है। इस दौरान छात्रों को साबुन से अच्छी तरह से अपने हाथ धोने होते हैं। इसमें इस तरह की भी व्यवस्था है कि अगर कुछ ही छात्रों को हाथ धोना है तो बाकी की पानी सप्लाई बंद की जा सकती है।
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स्कूली छात्रों में बेहद जरूरी है हाथों की सफाई की आदत
एनआरआई करते हैं मदद
यहां के गवर्नमेंट हाई स्कूल में यह कंट्रोल्ड वॉटर रिलीज सिस्टम ख्वाहिश सेवा सोसाइटी के सहयोग से लगाया गया था। इसे कनाडा में रहने वाले एनआरआई ज्ञानदीप खेपड़ चलाते हैं, इस सोसाइटी को चलाने में कुछ एनआरआई लोगों का समूह भी मदद करता है। इस बारे में स्कूल की हेड सुनीता रानी बताती हैं कि इस सिस्टम के जरिए हम छात्रों को करीब 20 सेकेंड तक हाथ धोने के लिए प्रेरित करते हैं। वे बताती हैं कि आमतौर पर नल के पानी से हाथ धोने में करीब एक लीटर पानी प्रयोग होता है, जबकि हमारे कंट्रोल्ड वॉटर रिलीज सिस्टम से केवल 250 से 350 एमएल पानी ही लगता है।
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इसलिए जरूरी है हाथ धोना
कोरोना वायरस से बचने से लिए हाथों की सफाई बेहद जरूरी है। सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी लगातार हाथों को धोने या सैनिटाइज करने की अपील गई हैं। हाथ धोने से कोरोना वायरस का खतरा कई गुना कम हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से हाथों को लगभग 20 सेकेंड तक साफ करने की बात कही गई है। आप चाहे तो साबुन की मदद से या एल्कोहल बेस्ड हैंड रब की मदद से हाथों को साफ कर सकते हैं। एक रिसर्च में भी ये बात सामने आई है कि कोरोना वायरस एल्कोहल बेस्ड हैंड रब से निष्क्रिय हो जाता है। कोई भी ऐसी वस्तु जिससे संक्रमण फैल सकता है उसको छूने के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए।
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