45 मिनट में पूरा होगा दिल्ली से मेरठ का सफर, खास है ये 14 लेन एक्सप्रेसवे

दिल्ली से मेरठ के बीच का सफर अब महज 45 मिनट में पूरा होगा। देश का पहला 14 लेन का दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो गया है। देश के पहले 14 लेन के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और बागपत से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे।
इस एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, जयंत सिन्हा ने ट्वीट करके जानकारी दी है। पीयूष गोयल ने ट्वीट करके कहा कि 'दिल्ली-मेरठ के बीच देश के पहले 14 लेन का एक्सप्रेस मार्ग का पहला चरण पूर्ण हुआ, सोलर एनर्जी, वर्टिकल गार्डन और सिग्नल फ्री सुविधाओं से युक्त यह मार्ग दिल्ली को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से जोड़ेगा, और इससे दिल्ली मेरठ का सफर 45 मिनट में पूरा होगा।' परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट करके कहा कि 'अब मात्र 45 मिनट में दिल्ली से मेरठ पहुँचने का सपना होगा साकार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत का पहला 14 लेन का दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे 27 मई को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।'
बता दें कि सराय कालेखां में इस मार्ग पर बने फ्लाईओवर के बीच का हिस्सा (स्टील ट्रस) बनाने का काम पूरा हो गया है, इसलिए शनिवार को इसका आधा हिस्सा आम राहगीरों के लिए खोल दिया गया है। वहीं, आधे हिस्से को पुराने फ्लाईओवर से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है, जिसे मंगलवार तक पूरा कर लिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद पीएम इसके जीरो प्वाइंट यानी प्रगति मैदान के पास स्थित मिलेनियम डिपो से पटपड़गंज तक रोड शो भी करेंगे। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आमंत्रित किया गया है।
45 मिनट में तय होगा दिल्ली से मेरठ तक का सफर
842 करोड़ की लागत से बने इस एक्सप्रेस-वे का दिल्ली में 8.7 किलोमीटर हिस्सा है। गाजियाबाद में कुल 42 किलोमीटर का हिस्सा है। वहीं, डासना के पास ये एक्सप्रेस-वे इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से मिलता है। इस एक्सप्रेस-वे पर 5 फ्लाइओवर होंगे, वहीं 4 अंडरपास होंगे। इतना ही नहीं, इस एक्सप्रेस-वे पर सिग्नल फ्री रोड होंगी, जिसकी वजह से दिल्ली और मेरठ के बीच की यात्रा का समय घटकर 45 मिनट हो गया है। बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन पीएमओ की ओर से अप्रैल माह में समय मिला था, लेकिन तब तक इसका काम पूरा नहीं हो सका था, इसलिए यह टल गया था। हालांकि अब लोकसभा चुनाव से पहले वे इसका उद्घाटन करने जा रहे हैं।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की खासियत
दिल्ली-मेरठ हाइवे दिल्ली से डासना तक 14 लेन का है।
डासना से मेरठ तक यह हाइवे 6 लेन का हो जाएगा।
डासना के पास यह एक्सप्रेस-वे इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से मिलेगा।
दिल्ली-मेरठ हाईवे का काम 15 महीने में पूरा किया गया है।
हाइवे को बनाने के लिए 30 महीने का टारगेट रखा गया था।
इस हाइवे के दोनों तरफ वर्टिकल गार्डन विकसित किए गए हैं।
सड़क के दोनों तरफ ढाई मीटर का साइकिल पाथ भी बनाया गया है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर सोलर सिस्टम से लैस लाइटें लगी हैं।
सिग्नल फ्री सुविधाओं से युक्त यह मार्ग दिल्ली को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से जोड़ेगा।
इस एक्सप्रेस वे पर कुतुब मीनार, अशोक स्तंभ जैसे पुरातत्व विरासतों के स्मारक चिह्न भी स्थापित किए गए हैं।
एक्सप्रेस वे के बनने के बाद 45 मिनट में दिल्ली से मेरठ पहुंच सकेंगे।
एक्सप्रेस वे को बनाने में 842 करोड़ की लागत आई है।
इस हाइवे पर 5 फ्लाईओर हैं और 4 अंडरपास हैं।
4 फुटओवर ब्रिज भी इस एक्सप्रेसवे पर बने हैं, एक्सप्रेस-वे सिग्नल फ्री है।
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